दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली की जनता को हर होली और दिवाली पर फ्री गैस सिलेंडर देने की ‘गारंटी’ पूरी न होने पर आम आदमी पार्टी (AAP) के कार्यकर्ताओं ने राजधानी की सड़कों पर उतरकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। AAP का आरोप है कि महंगाई के इस दौर में यह वादा सिर्फ एक चुनावी जुमला साबित हुआ है, जिसने गरीब और मध्यम वर्ग की जनता को ठगा है। कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और वादे को तत्काल पूरा करने की मांग की।
विरोध का केंद्र: ‘गारंटी’ और वादाखिलाफी
विरोध प्रदर्शन का मुख्य आधार वह वादा है जो भाजपा ने चुनावी प्रचार अभियानों के दौरान जनता के बीच रखा था—कि हर साल होली और दीपावली जैसे बड़े त्योहारों पर पात्र लाभार्थियों को एक मुफ्त गैस सिलेंडर दिया जाएगा। इस वादे को पार्टी ने ‘मोदी की गारंटी’ के रूप में पेश किया था, जिससे लाखों परिवारों को आर्थिक राहत मिलने की उम्मीद थी।
AAP कार्यकर्ताओं का तर्क है कि त्यौहार नजदीक होने के बावजूद, केंद्र सरकार ने इस गारंटी को पूरा करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है। गैस सिलेंडर की कीमतें लगातार उच्च बनी हुई हैं, जिससे आम आदमी का बजट बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
एक वरिष्ठ AAP नेता ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “जनता को लगा था कि कम से कम त्यौहारों पर तो उनके चूल्हे आसानी से जलेंगे, लेकिन आज सिलेंडर 1200 रुपये से अधिक की कीमत पर मिल रहा है। यह कैसी गारंटी है? भाजपा सिर्फ चुनाव जीतने के लिए बड़े-बड़े वादे करती है और सत्ता में आने के बाद गरीबों की अनदेखी करती है। यह सीधे-सीधे जनता के साथ धोखा है।”
दिल्ली की सड़कों पर कार्यकर्ताओं का आक्रोश
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में दिल्ली के प्रमुख स्थानों और भाजपा कार्यालयों के आसपास जमा हुए। प्रदर्शनकारियों ने हाथ में तख्तियाँ ले रखी थीं, जिन पर “मोदी की गारंटी झूठी”, “फ्री सिलेंडर कहाँ है?” और “महंगाई कम करो” जैसे नारे लिखे थे।
प्रदर्शनकारी न केवल नारेबाजी कर रहे थे, बल्कि उन्होंने खाली गैस सिलेंडर दिखाकर भी अपना विरोध दर्ज कराया, जो प्रतीकात्मक रूप से ‘खाली वादों’ और जनता की बदहाली को दर्शा रहा था। कार्यकर्ताओं ने जोर देकर कहा कि यदि सरकार उज्ज्वला योजना की सफलता का दावा करती है, तो उसे अपनी ‘गारंटी’ को भी पूरा करना चाहिए।
विपक्षी दलों का राजनीतिक हथियार
यह विरोध प्रदर्शन साफ दर्शाता है कि ‘मोदी की गारंटी’ अब विपक्षी दलों के लिए एक बड़ा राजनीतिक हथियार बन चुकी है। AAP इस मुद्दे को उठाकर यह साबित करने की कोशिश कर रही है कि महंगाई जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भाजपा के वादे सिर्फ खोखले हैं।
AAP ने केंद्र सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने और त्यौहारों से पहले इस वादे को पूरा करने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि सरकार जल्द ही इस ‘गारंटी’ को पूरा नहीं करती है, तो यह विरोध प्रदर्शन और तेज किया जाएगा। यह मुद्दा आगामी राजनीतिक माहौल में गरमाया रहेगा, जहाँ विपक्षी दल भाजपा की विश्वसनीयता पर लगातार हमलावर रहेंगे।