Delhi Lal quila metro station blast: दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण कार धमाके का सीधा असर पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर पड़ा है। सोमवार शाम दिल्ली में हुई इस दर्दनाक घटना, जिसमें आठ लोगों की मौत हुई है, के तुरंत बाद उत्तर प्रदेश पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट मोड पर डाल दिया गया है।
राम मंदिर सहित संवेदनशील स्थलों पर सुरक्षा सख्त
उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए तत्काल कदम उठाए गए हैं। अपर पुलिस महानिदेशक (ADG) कानून-व्यवस्था, अमिताभ यश, ने बताया कि पुलिस महानिदेशक (DGP) के स्पष्ट निर्देश पर, राज्य के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को संवेदनशील धार्मिक स्थलों, ज़िलों और सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व रूप से मज़बूत करने के आदेश दिए गए हैं।
अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर परिसर की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए, वहाँ निगरानी बढ़ा दी गई है। मंदिर परिसर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, और परिसर के प्रवेश व निकास बिंदुओं पर सघन जाँच (चेकिंग) की जा रही है।
प्रमुख शहरों और सीमावर्ती क्षेत्रों में चेंकिग अभियान
सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए, उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।
लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, और प्रयागराज जैसे बड़े और भीड़भाड़ वाले शहरों के बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों, और बाज़ारों में सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
दिल्ली-NCR से सटे नोएडा और गाज़ियाबाद में विशेष सतर्कता बरती जा रही है, क्योंकि यहाँ से दिल्ली में आवागमन अधिक होता है। इन शहरों की सीमा पर प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की गहन जाँच की जा रही है।
राज्य में सभी धार्मिक स्थलों, मॉल और सरकारी इमारतों के बाहर सुरक्षा का घेरा कड़ा कर दिया गया है।
एडीजी अमिताभ यश ने यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि स्थानीय पुलिस बल और एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) के बीच बेहतर समन्वय स्थापित किया जाए ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।
दिल्ली में हुए विस्फोट की प्रकृति को देखते हुए, यूपी पुलिस किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए तैयार है। अधिकारियों का मुख्य लक्ष्य राज्य में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखना है, ताकि दिल्ली की घटना का कोई भी विपरीत प्रभाव उत्तर प्रदेश में न पड़े। यह हाई अलर्ट तब तक जारी रहेगा जब तक कि दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियाँ विस्फोट के कारणों की पूरी तरह से पुष्टि नहीं कर देतीं।
