दलित महिला ने थाना परिसर में आत्मदाह करने की दी चेतवानी, जानिए क्यों हो गई मजबूर
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रीवा.दलितों पर अत्याचार किये जाने की आये दिन शिकायतें आती है। पूंजीपति और दबंग लोग दलितों पर अत्याचार करने से बाज नहीं आते। ऐसा नहीं है कि शासन ने दलितों पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए कानून नहीं बनाये। परंतु कानून के रखवाले पूंजीपति और दबंग लोगों के आगे नतमस्तक दिखाई देती है। ऐसा ही एक मामला मनगवां बस्ती से आया है जहां आये दिन अनशन पर बैठने की धमकी देकर प्रशासन की नाक में दम करने वाले रामेश्वर प्रसाद गुप्ता उर्फ लल्लू के खिलाफ एक दलित महिला ने आवाज तो उठा दी। लेकिन पुलिस प्रशासन दलित महिला के बचाव करने के बजाय दबंग का बचाव करते हुये दिखाई दे रही। पुलिस की हीलाहवाली को देखते हुये दलित महिला ने मनगवां थाना परिसर में शनिवार की सुबह आत्मदाह करने की चेतावनी दे डाली।
हरिजन थाना रीवा में लिखित शिकायत
ली जानकारी के अनुसार मनगवां बस्ती के वार्ड क्रमांक 3 निवासी राधाबाई पति जगरनाथ प्रजापति ने आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। बताया गया कि रामेश्वर प्रसाद गुप्ता 7 जुलाई को तीन-चार गुंडों के साथ राधाबाई प्रजापति के घर जा पहुंचा। धमकाते हुए उसके घर में खुले शराब दुकान हटाने के लिए दबाव बनाने लगा। इतना ही नहीं राधाबाई ने बताया कि धमकाते हुये 10 हजार रुपये महीने मांगा जा रहा था, नहीं तो दुकान के सामने आमरण अनशन पर बैठ तुम्हारे घर से दुकान हटवा कर ही दम लूंगा। राधाबाई प्रजापति ने बताया कि निजी स्वार्थ पर आमरण अनशन पर बैठ प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बनाने की नौटंकी करता है। पीडि़त दलित महिला ने मनगवां थाना सहित महिला थाना रीवा एवं हरिजन थाना रीवा में लिखित शिकायत की है। लेकिन चार दिन गुजरने के बाद भी पुलिस को एक परिंदा भी मौके पर नहीं पहुंचा और न ही तथाकथित समाजसेवी के विरुद्ध कोई कार्रवाही की। जिससे शनिवार के दिन वह मनगवां थाना परिसर में पुलिस के विरोध पर आत्मदाह किये जाने की चेतावनी दी है।
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