विंध्य भास्कर डेस्क। प्रदेश में व्यापम के बाद अब पटवारी परीक्षा चयन परिणाम को लेकर प्रदेश सरकार की मुश्किलें दिनों दिन बढ़ती जा रही है। परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर युवा जहां सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे है। वहीं कांग्रेस भी इसको लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है। इस पर सरकार ने पीछे कदम खीचते हुए पटवारी परीक्षा रोक दी है। वहीं अब पटवारी परीक्षा में एनआरआई कालेज ग्वालियर से टॉप करने वाले सात छात्रों में तीसरे नम्बर की छात्रा पूनम राजवत ने एक सोशल मीडिया साइड दा ललनटॉप के साक्षात्कार में वह सरल प्रश्नों के जबाव में असहज सामने आई है। इस साक्षात्कार में पूनम राजवत ने कहा कि अच्छा परिणाम लाने के बाद भी सवाल उठाने से डिपरेशन में होना बताया है।
साक्षात्कार में पूनम राजवत ने उनकी वायरल हो रही उत्तरपुस्तिका में प्रदेश की राजधानी ग्वालियर के प्रश्न पर उत्तर पुस्तिका में ग्वालियर चयनित करने और MPESBकी कुंजी में ग्वालियर जबाव मेल खाने को लेकर कहा है यह तो परीक्षा लेने वाली संस्था ही बता सकती है। बता दें कि MPESB ने पटवारी परीक्षा में दस उन प्रश्नों को हटा दिए है जिनके विकल्प गलत थे। इसके बावजूद अब पूनम राजवत ने उन सभी प्रश्नों के उत्तर वही दिए जो कि एमपीपीईबी की कुंजी में सही थे, लेकिन वह वास्तविक रूप से गलत थे। इतना ही पूनम पटवारी परीक्षा में शामिल सभी विषयों तक के नाम बताने में असहज दिखी।
प्रदेश के जिलो की नहीं बता पाई संख्या
पटवारी परीक्षा में टॉपर में तीसरे नम्बर की पूनम राजवत ने एक प्रश्न के जबाव में प्रदेश के जिलो की संख्या में तक नहीं बता सकी। इतना ही एक और जबाव में नर्मदापुरम संभाग में शामिल चार जिलों के विकल्प पर सही जबाव नहीं दे पाई है। पटवारी जैसी परीक्षा में पूनम राजवत के वह सरल जबाव गलत है जहां जो सामान्य रूप से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वालों छात्रों को जानकारी होती है।
माध्यमवर्गीय परिवार की है पूनम
पूनम ने बताया कि पिता उनके सिक्योरिटी गार्ड है और उनकी माता को ब्यूटी पार्लर चालती है। उनके परिवार में पांच सदस्य है और वर्तमान में माता कैंसर की मरीज है। पटवारी परीक्षा को लेकर वह तीन साल तक तैयारी की हैैै।