अब बिना हिंसा के जमीन छोड़-छोड़कर भागेंगे अवैध कब्जा करने वाले लोग, जानिए नियम
जमीन पर अवैध कब्जा होना कोई नई बात नहीं है। अक्सर ऐसे केस देखने को मिलते हैं जिसमें लोगों की जमीन पर धोखाधड़ी या फिर बल प्रयोग से कब्जा कर लिया जाता है.
जमीन पर अवैध कब्जा होना कोई नई बात नहीं है। अक्सर ऐसे केस देखने को मिलते हैं जिसमें लोगों की जमीन पर धोखाधड़ी या फिर बल प्रयोग से कब्जा कर लिया जाता है, ऐसे में कई बार मारधाड़ और हिंसा की खबरें सुनने को मिलती है हालांकि भारतीय कानून में कई ऐसी धाराएं हैं जिनकी मदद से आप बिना हिंसा के ही अतिक्रमणकारियों से अपनी प्रॉपर्टी को वापस छुड़ा सकते हैं। भारतीय संविधान के तहत ऐसे कई कानून हैं, जो आपको आपकी संपत्ति वापस दिला सकते हैं। आज यहाँ हम आपको उन्हीं कानून के बारे में बताने वाले हैं।
IPC की धारा 420
आईपीसी की धारा 420 का मुख्य रूप से इस्तेमाल धोखाधड़ी की गई मामलों में किया जाता है। अगर किसी व्यक्ति को बल प्रयोग कर उसकी संपत्ति से हटाया गया है तो ये कानून इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
धारा 467
अगर किसी व्यक्ति की संपत्ति को फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से हतिया लिया जाता है, तब यह कानून लागू होता है। इस धारा के तहत फर्जी दस्तावेज बनाकर संपत्ति हथियाने के मामले पर कार्यवाही की जाती है।
आईपीसी की धारा 406
यह धारा उस वक्त लागू होती है जब कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति का विश्वास पात्र बनकर उसकी प्रॉपर्टी को तोड़ता है, यह एक संगीन अपराध है, जिसके खिलाफ पीड़ित थाने में केस दर्ज करवा सकता है।
स्पेसिफिक रिलीफ एक्ट
यह एक रिवील कानून है जिसका इस्तेमाल खास परिस्थितियों में किया जाता है। जब आरोपी व्यक्ति अपनी मनमर्जी से पीड़ित की संपत्ति पर जबरन कब्जा कर लेता है, तब इसकी धारा 6 के तहत पीड़ित को जल्द से जल्द न्याय देने का प्रयास किया जाता है, हालांकि इस कानून में एक पेंच ये है कि कबजे के 6 महीने अंदर ही उस पर केस दर्ज हो जाना चाहिए।