REWA NEWS: नागरिक आपूर्ति निगम रीवा के जिला प्रबंधक अशोक सिंह राजपूत ने जिले के लेटलतीफ व लापरवाह मिलर्स को चेतावनी के साथ नोटिस जारी किया है। उन्होंने मिलरों को आगाह किया है कि यदि समय से भारतीय खाद्य निगम के कोटे का चावल जमा नहीं किया गया तो उनके खिलाफ पैनाल्टी अधिरोपित एवं उनकी जमा सिक्योरिटी राशि (एफडी, बैंक गारंटी) राजसात की कार्यवाही की जावेगी। साथ ही मिलर्स के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही का प्रस्ताव मुख्यालय भेजा जायेगा। डीएम नान ने स्पष्ट किया है कि मिलरों के लिये जारी नोटिस लास्ट वार्निंग है।
जानकारी अनुसार जिले के 63 मिलर नागरिक आपूर्ति निगम रीवा में व्यवसाय कर रहे हैं, इनमें से 21 मिलरों ने अनुबंध की शर्त अनुसार अभी तक समानुपातिक रूप से भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) को चावल का परिदान नहीं किया है। म.प्र. स्टेट सिविल सप्लाईज़ कार्पोरेशन मुख्यालय भोपाल की ओर से लगातार नाराज़गी व्यक्त की जा रही है। बावजूद उसके भी रीवा जिले के मिलर्स की सेहत पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। इसी सिलसिले में कार्पोरेशन मुख्यालय ने जिला प्रबंधक रीवा को विगत 9 अगस्त 2024 को अल्टीमेटम जारी किया था। जिला प्रबंधक राजपूत ने अनुबंधित 21 मिलरों को 160950 क्विंटल चावल एफसीआई के गोदामों में जमा न करने के कारण अंतिम नोटिस जारी किया है।
कसौटी पर खरा न उतरने का डर
जानकार बताते हैं कि मिलरों में एफसीआई के मानकों की कसौटी पर खरा न उतरने का डर रहता है लिहाजा वे एफसीआई में चावल जमा करने से पीछे भागते हैं जबकि नागरिक आपूर्ति निगम के कोटे का चावल जमा करने के मामले में इनमें होड़ लगी रहती है। मिलर जानते हैं कि नान के गोदामों में कचरा भी जमा करा लिया जाता है। जिला प्रबंधक राजपूत ने लेख किया है कि बार-बार सूचना के बाद भी एफसीआई के कोटे का चावल परिदान करने के मामले में मिलर्स रुचि नहीं ले रहे हैं। मिलरों को हिदायत दी गई है कि यदि उन्होंने समय पर एफसीआई का चावल जमा नहीं किया तो उन्हें शासन की मिलिंग नीति के उल्लंघन का दोषी मानकर उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही का प्रस्ताव मुख्यालय को भेज दिया जायेगा।
555 लॉट सीएमआर दबाये बैठे
खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में उपार्जित धान की मिलिंग अंतर्गत अतिशेष फोर्टीफाइड चावल सेंट्रल पूल में एफसीआई को परिदान नहीं करने पर डीएम नान ने आकांक्षा राइस मिल, अन्नपूर्णा राइस मिल, बाबा श्री इण्डस्ट्रीज, डीआरएस फूड्स प्रालि, डीएसएस फूड इण्डस्ट्रीज, कान्हा इण्डस्ट्रीज, लक्ष्मी राइस मिल, मे. अत्रपूर्णा राइस मिल, मे. सुभद्रा एग्रो, , महादेव राइस मिल, महक श्री राइस मिल, मातृछाया इंटरप्राइजेज, ओम राइस मिल, पंचवटी राइस मिल, आर. के. फूड एंड एग्रो इंडस्ट्रीज, शिवा ट्रेडिंग, शिवा राइस मिल, श्रीराम राइस मिल, श्रीकृष्णा इंडस्ट्रीज, शुक्ला एग्रीटेक, सोहगौरा एग्रो इंडस्ट्रीज राइस मिल को नोटिस जारी किया है जिन्होंने एफसीआई का लगभग 555 लॉट चावल दबा रखा है। अब देखना है कि जिला प्रबंधक से मिली चेतावनी को रीवा के मिलर कितनी गंभीरता से लेते हैं?