MP Elections 2023: क्या है BJP का 'गिव अप योर टिकट' योजना? चुनाव से पहले पार्टी का मास्टरप्लान, जानिए इसका मकसद
MP Elections 2023:बीजेपी (BJP) में एक टिकट और सौ दावेदार जैसी स्थिति बन गई है। इसी बीच बीजेपी ने एक 'गिव अप योर टिकट' योजना बनाई है। इसके तहत स्वेच्छा से टिकट दावेदारी छोड़ने का विकल्प दिया जा रहा है।
क्या है BJP का 'गिव अप योर टिकट' योजना, चुनाव से पहले पार्टी का मास्टरप्लान, जानिए इसका मकसद
MP Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बस कुछ महीने का समय रह गया है। प्रदेश में भाजपा की तैयारियां जोरों पर है। पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। पहली सूची में 39 उम्मीदवारों के नाम शामिल किए गए थे। बीजेपी अब दूसरी लिस्ट लाने की तैयारी में है। चुनाव में टिकिट के लिए बीजेपी (BJP) में एक टिकट और सौ दावेदार जैसी स्थिति बन गई है। इसी बीच बीजेपी ने एक 'गिव अप योर टिकट' योजना बनाई है। इसके तहत स्वेच्छा से टिकट दावेदारी छोड़ने का विकल्प दिया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पार्टी बीजेपी पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में स्वेच्छा से टिकट की दावेदारी छोड़ने का विकल्प मौजूदा विधायकों के साथ तगड़े दावेदारों को देने जा रही है।
मौजूदा विधायकों और दावेदारों को टटोल रही बीजेपी
कहा जा रहा है कि बाजेपी इसके लिए मौजूदा विधायकों और दावेदारों का मन टटोल रही है। रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी के बड़े नेताओं को विधायकों और दावेदारों से बात करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। दरअसल पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति दूसरे और तीसरे चरण की टिकटें तय करने से पहले कुछ नामों को लेकर विचार कर रही है। इसी क्रम में पार्टी ने 'गिव अप योर टिकट' प्लान के तहत मौजूदा विधायकों के साथ ही संभावित उम्मीदवारों से भी विचार-विमर्श कर रही है। जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए जारी पहली सूची के बाद शुरू 'गिव अप योर टिकट' प्लान पर मिली प्रतिक्रिया पर सूची में बदलाव किए जा सकते हैं।
बीजेपी में हमेशा नए लोगों को जिम्मेदारी देने की परंपरा
दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि पहली सूची के 3 उम्मीदवार बदले जा सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में पिछले हफ्ते हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में मौजूदा विधायकों से दावेदारी छोड़ने को लेकर चर्चा हुई थी जिसका फीडबैक दिया गया था। गुप्त सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी में हमेशा से नए लोगों को जिम्मेदारी देने की परंपरा रही है। इतना ही नहीं बहुत से मौजूदा विधायकों ने स्वेच्छा से कहा कि अगर नए कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाए तो उन्हें दिक्कत नहीं।
मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी आलाकमान तय करेगा कि स्वेच्छा से टिकट की दावेदारी छोड़ने वाले विधायक को चुनाव लड़ाया जाए या फिर किसी और को मौका दिया जाएगा। ऐसे में अगर मौजूदा विधायक के चुनाव जीतने की संभावना ज्यादा होगी तब उनको पार्टी चुनाव लड़वाएगी। दरअसल बीजेपी का मानना है कि नये प्रयोग से टिकट वितरण के बाद होने वाली भितरघात या बगावत पर लगाम लगेगी।