मध्य प्रदेश के जीआरपी थाने में दलित दादी-पोते की थाने में पिटाई पर गर्माई सियासत, भाजपा पर भड़के जीतू पटवारी,अब तक पुलिस वालो के घर पर क्यों नही चला बुलडोजर

MP News : मध्य प्रदेश के कटनी जिले के जीआरपी थाने में दलित बुजुर्ग महिला और उसके उसके नाबालिग पोते के साथ टीआई अरुणा वाहने और थाने के सहकर्मियों द्वारा की गई बर्बरता का वीडियो वायरल होने के बाद राज्य की सियासत गरमा गई है। एक तरफ जहां पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और पूर्व सीएम कमलनाथ समेत कांग्रेस के कई दिग्गज इस मामले पर सरकार पर हमलावर हो चुके हैं तो वहीं, भाजपा की ओर से भी पलटवार किया जा रहा है।

दूसरी तरफ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी कुछ देर में पीड़ित परिवार से मिलने कटनी पहुंच रहे हैं। इधर, कांग्रेस की ओर से किसी भी प्रकार के प्रदर्शन के अंदेशे को मद्देनजर रखते हुए कटनी कलेक्टर ने यहां किसी भी प्रकार के जुलूस और प्रदर्शन पर रोक लगा दी है। मामला सामने आने के बाद प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा- ‘दलितों के साथ अपराध के मामले में मध्य प्रदेश नंबर-1 है।’ जीतू पटवारी के इस बयान पर भाजपा की ओर से भी कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस की राजनीति गिद्द प्रवृत्ति की राजनीति है। इसी बीच मध्य प्रदेश पुलिस ने भी मामले में सफाई देते हुए बताया कि, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ घटनाक्रम अक्टूबर 2023 का है।

टीआई अरुणा वाहने
टीआई अरुणा वाहने

उन्होंने बताया कि पुलिस की पिटाई का शिकार हुई बुजुर्ग महिला और उसका नाबालिग पोता एक कुख्यात हिस्ट्रीशीटर के रिश्तेदार हैं। फिलहाल, गुरुवार को पीसीसी चीफ जीतू पटवारी पीड़ित महिला और उसके नाबालिग पोते से मिलने कटनी के झर्रा-टिकुरिया गांव जाने वाले हैं।

मामले को लेकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सरकार पर शिनाशा साधते हुए अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा- दलितों के साथ अपराध होना हो या आदिवासी बहनों का अपहण, इस गतिविधि में मध्य प्रदेश सबसे पहले स्थान पर आता है।’

कमलनाथ ने भी उठाए सवाल

इसके अलावा एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी एक्स पर पोस्ट करते हुए मामले को लेकर कहा कि ‘मध्य प्रदेश के कटनी में जीआरपी पुलिस द्वारा एक दलित बच्चे और महिला की बेरहमी से पीटने की घटना बताती है कि मध्य प्रदेश में दलितों का जीवन सुरक्षित नहीं है। रक्षक ही उनके भक्षक बनते जा रहे हैं। सीएम साहब! कब रुकेगा दलितों पर अत्याचार?

कांग्रेस के हमलावर होने पर भाजपा ने भी पलटवार किया है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता शिवम शुक्ल ने कहा कि कांग्रेस गिद्ध प्रवृत्ति की राजनीति कर रही है। उन्होंने आगे बताया कि यह मामला लगभग 1 साल पुराना है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने आगे कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस ऐसे ही विषयों की तलाश में रहती है जहां पर वह अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक सके।

कोई दोषी बख्शा नहीं जाएगा- वीडी शर्मा
मामले में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष और सांसद वीडी शर्मा का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि कटनी जीआरपी थाने में अक्टूबर-2023 में घटी दुर्भाग्यजनक घटना का वीडियो सोशल मीडिया के जरिए सामने आया है। मामले में जीआरपी थाना प्रभारी को जबलपुर पुलिस लाइन अटैच कर दिया गया है। साथ ही, पुलिस मुख्यालय ने डीआईजी स्तर के अधिकारी को घटना की जांच के आदेश दिए हैं। वीडी शर्मा ने आश्वासन देते हुए कहा कि ‘मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा।’

पुलिस अफसरों ने दी सफाई
मामले पर सियासत गर्माने के बाद मध्य प्रदेश पुलिस डिपार्टमेंट की ओर स भी सफाई सामने आ गई है। विभाग की ओर से भी एक्स (ट्विटर) हैंडल पर मामले की सफाई देते हुए कहा गया कि, ‘सोशल मीडिया के माध्यम से जीआरपी थाना कटनी में दुर्व्यवहार का वीडियो पिछले साल अक्टूबर का है।’ उन्होंने आगे लिखा कि ‘घटना संज्ञान में आने पर थाना प्रभारी को जीआरपी पुलिस लाईन जबलपुर अटैच किया गया है और पुलिस मुख्यालय द्वारा डीआईजी स्तर के अधिकारी को कटनी जाकर घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।’

आज कटनी में पटवारी का दौरा
इस मामले में कांग्रेस अपना कड़ा रुख अपनाए हुए है। एमपी कांग्रेस के एक्स हैंडल पर मिली जानकारी के मुताबिक, पीसीसी चिफी जीतू पटवारी आज शाम 4 बजे पीड़ित बुजुर्ग महिला और किशोर से मिलने कटनी के झर्रा-टिकुरिया पहुंचेंगे। जीतू पटवारी के साथ पूर्व कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया समेत मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक शामिल होंगे। युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दिव्यांशु मिश्रा के अनुसार, पीसीसी अध्यक्ष और अन्य कांग्रेस नेता दलित परिवार से मिलकर पूरे घटना की जानकारी लेंगे ताकि, उन्हें हर संभव न्याय दिलाते हुए दोषी जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई कराई जा सके।

अलर्ट मोड पर प्रशासन
इधर, काग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कटनी पहुंच रहे कांग्रेसियों के किसी भी प्रकार के हल्लाबोल को लेकर कटनी प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है। कलेक्ट्रेट परिसर में धरना प्रदर्शन की संभावना को मद्देनजर रखते हुए कलेक्टर की ओर से किसी भी प्रकार के प्रदर्शन और जुलूस पर रोक लगा दी गई है। प्रशासन का कहना है कि जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए इस संबंध में कलेक्ट्रेट से आदेश जारी कर दिए गए हैं।