Rewa News: उपार्जन केन्द्रों से दूरी बनाये हुये हैं जिले के 29 हजार से ज्यादा किसान, विक्रेता कृषकों का 71.76 करोड़ से अधिक का भुगतान लंबित

Rewa News: समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का कार्य रीवा जिले में चल रहा है। आगामी 31 मई तक खरीदी का कार्य जारी रहेगा। इस बार भी लगता है कि निर्धारित अवधि में गेहूं खरीदी का लक्ष्य पूरा नहीं होगा। रीवा जिले में गेहूं खरीदी का कार्य 1 अप्रैल 24 से आरंभ हुआ था जबकि शासन ने 29 मार्च से ही गेहूं उपार्जन का आदेश जारी कर दिया था। खरीदी तिथि में दो बार बदलाव किया गया है। अब अंतिम तिथि 31 मई 24 निर्धारित है। गौरतलब है कि वर्ष 2024-25 के लिये रीवा जिले में गेहूं खरीदी का लक्ष्य 12 लाख किंटल है।

  • 31 मई तक पूरा नहीं होने वाला गेहूं खरीदी का लक्ष्य
  • एक सप्ताह में 153435 क्विंटल गेहूं उपार्जन की चुनौती

उपार्जन केन्द्रों में अपनी उपज विक्रय के लिये जिले के 51905 किसानों ने ऑनलाइन पंजीयन करा रखा है। गेहूं खरीदी के लिये बमुश्किल एक सप्ताह का वक्त और शेष रह गया है। जिले की उपलब्धि फीसद किसान खरीदी केन्द्रों तक नहीं पहुंचे। शासन का निर्धारित रेट 2400 रुपये प्रति क्विंटल भी उनको आकर्षित नहीं कर रहा है। गेहूं खरीदी का कार्य समापन की ओर है।

शासन द्वारा तिथि में बढ़ोत्तरी न की गई होती तो एक सप्ताह पूर्व ही खरीदी कार्य पर विराम लग गया होता? यह है कि 23 मई 24 तक की स्थिति में उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 1046565.5 क्विंटल गेहूं की खरीदी हो चुकी है। बचे हुये शेष 8 दिवस में 153435 क्विंटल गेहूं उपार्जन की चुनौती रीवा जिले के सामने है। गौर करने वाली बात है कि जिन किसानों ने पंजीयन करा रखा है उनमें से 50 बड़ा सवाल है कि जब पंजीकृत किसान अपनी उपज लेकर खरीदी केन्द्रों में जायेंगे ही नहीं तब गेहूं उपार्जन का लक्ष्य खाक पूरा होगा? लक्ष्य की पूर्ति तभी संभव हो सकती है जब पंजीकृत किसानों के नाम पर बाजार से खरीदकर या फिर सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सेंधमारी करके निकाले गये गेहूं को खरीदी केन्द्रों खपा दिया जाय? धान उपार्जन के सीजन में इस प्रकार की धांधली जमकर होती है।

यूपी तक की अमानक धान को सेटिंग वाले खरीदी केन्द्रों में खपा दिया जाता है। गेहूं उपार्जन में धांधली की गुंजाइश सार्वजनिक वितरण प्रणाली के खाद्यान से जरूर रहती है। गेहूं खरीदी की स्टेटस रिपोर्ट दर्शाती है कि निर्धारित अवधि में गेहूं उपार्जन का लक्ष्य पूरा होना मुश्किल वाला काम है।

26772 किसानों ने बुक किये स्लॉट
जिले के पंजीकृत किसानों की संख्या 51905 है जिनमें से 22772 किसानों ने खरीदी केन्द्रों में पहुंचकर अपनी उपज बेची है। अभी भी 29 हजार से अधिक संख्या में किसान गेहूं खरीदी केन्द्रों से दूरी बनाये हुये हैं। हालाकि 26772 किसानों ने स्लॉट बुक किया। स्लाट बुक करने वाले 26772 किसान है जिनमें से 22772 का नंबर लग चुका है।

अभी किसानों का 71 करोड़ से अधिक का भुगतान लंबित है

भुगतान की प्रक्रिया प्रचलन में है। मालूम हो कि जिले में निर्धारित खरीदी केन्द्रों में एक अप्रैल से सहकारी समितियों द्वारा समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद की जा रही है। इस संबंध में प्रभारी जिला आपूर्ति नियंत्रक ने बताया कि जिले में 23 मई तक 22772 किसानों से 1046565 क्विंटल गेहू की खरीद अब तक की गयी है। इसके लिए किसानों को 251 करोड़ 17 लाख 57 हजार की राशि मंजूर की गयी है।

उपार्जित गेंहू का सुरक्षित भण्डारण कराया जा रहा है। अब तक खरीदे गये गेहू में से 958956 किंटल गेहू का परिवहन किया जा चुका है। अब तक किसानों के बैंक खाते में 179 करोड़ 41 लाख 17 हजार 325 रूपये की राशि का भुगतान किया जा चुका है। गेहूं खरीदी के लिए अब तक 26772 किसानों ने स्लॉट बुक किये हैं।