रीवा। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और उप मुख्यमंत्री के गृह जिले में स्वास्थ्य व्यवस्थाए बेपटरी है। हालांकि बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था को दिखाने प्रबंधन ढोल पीट रहा है। बावजूद सच्चाई रोजाना उनके दावों की पोल खोल रही है।

लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने में असफल संजय गांधी चिकित्सालय में अब मुर्दे तक सुरक्षित रखने की व्यवस्था नहीं है। स्थिति यह है कि शव रखने के लिए बने मर्चुरी में रखे आठों डी फ्रीजर खराब पड़े है। ऐसे में मरीजों को किराये से डी फ्रीजर ला रहें है।

शहर के ढकेहा निवासी अनिल त्रिपाठी ने बताया कि उनके परिजन को मृत्यु होने के बाद शव रखने के लिए मर्चुरी में डी फ्रीजर नहीं है। ऐसे में  वह सेवा संस्थान के माध्यम से शव रखने के लिए डी फ्रीजर लाए है। जिसे उपयोग के बाद वापस करेंगे।

बता दें कि संजय गांधी चिकित्सालय में शर्वो को लंबे समय तक रखने के लिए मर्चुरी में आठ डी फ्रीजर लगे है लेकिन रख रखाव के अभाव में यह एक एक कर खराब हो गए है। वर्तमान में एक भी डी फ्रीजर चालू नहीं है। ऐसे में संजय गांधी चिकित्साल में इन दिनों भीषण गर्मी के कारण पीएम के लिए रखे शव दुर्गंध मार रहे है जिससे बुरी स्थिति बन रही है। बता दें  कि संजय गांंधी चिकित्सालय में रोजना पांच से अधिक पोस्टमार्टम होते है। ऐसे में कभी कभी शवों को एक या दो दिन तक रखना पड़ता है लेकिन डी फ्रीजर नहीं होने सुरक्षित नहीं रह पाते है।

बाक्स कई बार चूहे खा जाते है शव

बताया जा रहा है कि अस्पताल प्रबंधन में शवों को सुरक्षित रखने की कोई ठोस व्यवस्था नहीं होने के कारण की कई बार शवों को चूहे क्षति पहुंचाते है। इस तरह के कई बार मामले सामने आए है जिस पर परिजनों ने आपत्ति भी जताई है लेकिन उनकी यह आवाज को प्रबंधन ने हर बार की तरह अनसुना कर दिया।

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