Bhopal News। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जल्द ही एक और बड़ी प्रशासनिक सर्जरी कर सकते है। इसकी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। जानकारों की माने तो इस फेरबदल में बड़े स्तर पर तकरीबन दो दर्जन से ज्यादा अधिकारी प्रभावित होंगे, इनमें अधिकांश मैदान अधिकारी होंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पद संभालने के बाद बड़े स्तर पर प्रशासनिक फेरबदल नहीं किए, अलबत्ता उनके द्वारा मौजूदा अधिकारियों की कार्यशैली के आधार पर सरकार के कामकाज को आगे बढ़ाया है। इसी बीच कुछ मैदानी अधिकारियों को उनकी चूक की वजह से बदला भी गया, लेकिन बड़े स्तर पर फेरबदल किए गए, ऐसा देखने में नहीं आया है। लेकिन सीएम ने अपनी प्राथमिकता के आधार पर टीम बदलनी शुरु कर दी है।
- बड़े स्तर पर तकरीबन दो दर्जन से ज्यादा अधिकारी होंगे प्रभावित
पिछले दिनों वर्षों से एक ही विभाग संभाल रहे कुछ अधिकारियों को बदला गया, तो कुछ मैदानी अधिकारियों की भी जिम्मेदारियों में परिवर्तन किया गया है। प्रशासनिक सूत्रों की माने तो सीएम डॉ. यादव जल्द ही कुछ बड़े बदलाव कर सकते है। इसकी तैयारी भी पूरी हो चुकी है। बताया गया है कि मैदानी पोस्टिंग में सीएम ऐसे अधिकारियों को पदस्थ कर सकते है, जो उनकी कार्यशैली के हिसाब से काम कर सके। जानकारों की माने तो दो दर्जन से अधिक मैदानी अधिकारियों को बदला जाना तय है।
इनमें कुछ संभागायुक्त, कलेक्टर, कुछ विभाग प्रमुख एवं विभागों के संचालक पद पर बैठे अधिकारी है। वल्लभ भवन से बुड़े सूत्रों की माने तो तकरीबन 3 संभागों के आयुक्त, कई जिला कलेक्टर और एसपी स्तर के अधिकारियों की नई पदस्थापनाएं हो सकती हैं। जिन जिलों के कलेक्टर चदले जा सकते है, उनमें कटनी, सतना, रीवा, मंडला, टीकमगढ़, निवाड़ी, आगर मालवा, देवास, अलीराजपुर, खंडवा, खरगौन, नर्मदापुरम, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, दतिया, अशोक नगर, शिवपुरी, भिंड और मुरैना कलेक्टर के नाम लिए जा रहे है।
पिछले दिन राज्य शासन ने सागर कलेक्टर दीपक आर्य को मंत्रालय में उपसचिव पद पर स्थानांतरित कर दिया। उनके स्थान पर छतरपुर कलेक्टर संदीप जी. आर को सागर का नया कलेक्टर बनाया है। जबकि छिंदवाड़ा जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी पार्थ जैसवाल को छतरपुर का नया कलेक्टर बनाया गया है। जैसवाल 2015 बैच के अधिकारी है। चर्चा है कि इसी बैच के आईएएस कई अधिकारियों को जिलों की जिम्मेदारी दी जा सकती है। इससे पहले 2015 बैच की संस्कृति जैन पहले ही कलेक्टर बन चुकी हैं।
सीएस पर स्थिति साफ नहीं
प्रदेश की प्रशासनिक मुखिया सीएस वीरा राणा का कार्यकाल अगले माह सितम्बर में समाप्त हो रहा है। वे छह माह के एक्सटेंशन पर है। अब तक यह साफ नहीं हो पा रहा ही वीरा राणा को दूसरा एक्सटेंशन दिया जाएगा या नहीं। यदि राणा को एक्सटेंशन नहीं दिया जाता है, तो सीएम के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा अगले मुख्य सचिव बन सकते है। हालांकि इस रेस में दूसरे अधिकारी भी है, लेकिन यह सीएम डॉ. मोहन यादव पर निर्भर करेगा कि उनका किस अधिकारी के साथ बेहतर तालमेल हेमा, जिसके नाम को उनके द्वारा स्किमंड किया जा सकता है। इस दौड में जो दूसरे अधिकारी बताए जा रहे है उनमें 1989 बैच के अधिकारी मोहम्मद सुलेमान और 1990 बैच के अधिकारी एसएन मिश्रा शामिल हैं।