High Court Decision on Porn Videos: अश्लील वीडियो देखना कोई जुर्म नहीं केरला हाईकोर्ट ने सुनाया फैसला, कही ये बात
High Court Decision on Porn Videos: सबसे ज्यादा पोर्न वीडियो देखने वाले टॉप 10 देश की लिस्ट में भारत छठे नंबर पर आता है, हालांकि भारत में कई ऑफिशल पॉर्न वेबसाइट पर प्रतिबंध लगाया हुआ है.
High Court Decision on Porn Videos: सबसे ज्यादा पोर्न वीडियो देखने वाले टॉप 10 देश की लिस्ट में भारत छठे नंबर पर आता है, हालांकि भारत में कई ऑफिशल पॉर्न वेबसाइट पर प्रतिबंध लगाया हुआ है लेकिन मेरे भारत में काफी ज्यादा पोर्न वीडियो देखी जाती है, इसके कई मामले तो हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी हो चुके हैं, दरअसल लोग सार्वजनिक जगह पर पॉर्न वीडियो देखते हैं, जिसके बाद उन पर लोग आपत्ति जताते हैं और उनके खिलाफ केस करवाते हैं।
ऐसे ही एक मामले पर अभी हाल ही में केरल हाई कोर्ट ने सुनवाई की है जिस पर उसने बड़ा फैसला सुनाया है। दरअसल केरल उच्च न्यायालय में एक मामला पहुंचा था, जहां एक शख्स पर सार्वजनिक जगह पर अश्लील वीडियो देखने के आरोप लगे थे, अब इस पर हाई कोर्ट ने टिप्पणी की है।
जस्टिस पीवी कुन्हीकृष्णन ने इस मामले की कार्रवाई करते हुए कहा कि बगैर किसी को दिखाते हुए छुपाकर पॉर्न वीडियो वीडियो देखना कोई अपराध नहीं है, यह नागरिक का निज़ी अधिकार है.
साथ ही इसमें दखल देना उस व्यक्ति की प्राइवेसी का उल्लंघन है। व्यक्ति जो चाहे अपने स्मार्टफोन में दे सकता है, इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती। कोर्ट ने उस व्यक्ति के खिलाफ धारा 232 के तहत मामले को भी रद्द कर दिया है।
बता दे इस दौरान कोर्ट ने बच्चों के हाथों में फोन देने पर भी चर्चा की, जस्टिस पीवी कुन्हीकृष्णन ने इस मामले पर चर्चा करते हुए कहा कि भले ही अश्लील फिल्में देखना कोई अपराध न हो, लेकिन अगर छोटे बच्चे पॉर्न वीडियो देखने लगेंगे, तो इसका उनके भविष्य पर बहुत बुरा असर होगा।