रीवा। जिले में संचालित अवैध स्टोन क्रशर को लेकर एनजीटी के निर्देश पर गठित प्रदेश स्तरीय टीम बुधवार को रीवा पहुंची। बुधवार को टीम ने बेला, सकरवट,बैजनाथ, खम्हरिया सहित आसपास संचालित 13 स्टोन क्रशर का निरीक्षण किया है। इस दौरान व्यापक स्तर में टीम को खामिया मिली है।
बताया जा रहा है कि निरीक्षण के दौरान टीम को पर्यावरण संरक्षण को लेकर कोई ग्रीन बेल्ट संचालकों के द्वारा नहीं बनाया जाना मिला है। साथ ही एक ही लीज में कई स्टोन क्रशर संचालित मिले। इसमें दिलचस्प बात यह रही है जो लीज स्टोन क्रशर संचालक को आवंंटित की गई उसमें अब तक कोई खनन ही नहीं हुआ है। यह टीम अपना प्रतिवेदन एनजीटी को सौंपेगी।
बता दें कि जिले में अवैध रूप से संचालि 13 स्टोन क्रेशर के विरुद्ध याचिका अतुल जैन बीके माला ने द्वारा दायर की गई थीञ इसमें एनजीटी के निर्देश पर प्रदेश स्तरीय गठित टीम गठित हुए । इस टीम ने पर्यावरण सिया राजस्व एवं खनिज लीज अभिलेखों का निरीक्षण जांच करके अपना प्रवृत्ति वेतन प्रतिवेदन एनजीटी मध्य प्रदेश भोपाल को सौपेगी ।
बुधवार को इस कमेटी में सेंट्रल पॉल्यूशन के सदस्य बोर्ड के सदस्य ,स्टेट पॉल्यूशन के सदस्य,खनिज विभाग के सदस्य कलेक्टर रीवा के सदस्य तहसीलदार हुजूर खनिज विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी खनिज विभाग के जिला अधिकारी याचिकाकर्ता बीके माला पुलिस प्रशासन थाना प्रभारी सहित संबंधित विभागों के वैज्ञानिक अधिकारी उपस्थित रहे।
इन स्टोन क्रशर हुई जांच
कमेटी ने जिन 13 स्टोन क्रशर की जांच की है। इनमें महादेव स्टोन क्रशर प्रो शीतला सिंह निवासी खम्हरिया,त्रिमूर्ति स्टोन प्रोडक्ट सतीश उमर्लिया ग्राम बैजनाथ,सहारा स्टोन प्रोक्ट की तीन स्टोन क्रशर प्रो अकरम सिद्धीकी, ब्रम्हशक्ति स्टोन क्रशर रामसहोदर द्विवेदी,नारायण स्टोन क्रशर प्रोपाइटर शारदा प्रसाद पांडेय,रामपे्रम स्टोन क्रशरअम्बुज पांडेय,शारदा स्टोन क्रशर शंकरसन प्रसाद मिश्रा,आरूष स्टोन क्रशर के प्रोपाइटर श्रीकांत मिश्रा का निरीक्षण किया गया है।