धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती जिलेभर में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाई गई। जगह-जगह आयोजित कार्यक्रमों में जनजातीय अधिकारों के लिए अंग्रेजी सत्ता के खिलाफ उनके संघर्ष को याद कर नमन किया गया।
- उलगुलान के नायक मुंडा को किया नमन दिखाए रास्ते पर चलने का लिया संकल्प
वक्ताओं ने कहा कि बिरसा मुंडा ने मातृभूमि की आन-बान और शान की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उलगुलान (विद्रोह) के नायक के श्रद्धांजलि देकर उनके दिखाए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।
बिरसा मुंडा विचार मंच ने मनाई बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती
समाज के उत्थान के लिए शिक्षा और नशामुक्ति जरूरी
रीवा. बिरसा मुंडा विचार मंच ने मानस भवन के बगल के मैदान में जयंती समारोह आयोजित किया। मुख्य वक्ता डॉ. सकेतबर्धन बौद्ध बीएचयू और डॉ. संजय मौर्य राष्ट्रीय आलोक मिशन रहे। अध्यक्षता कोल विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष बृजलाल कोल ने की। विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक रामगरीब बनवासी, त्योंथर जनपद अध्यक्ष मीनू देवी आदिवासी, राजेश कोल प्रदेश सचिव कोल प्राधिकरण, जिला पंचायत सदस्य योगेंद्र सिंह एवं बौद्ध भिक्षु रहे। मुख्य वक्ता डॉ. मौर्य ने बिरसा मुंडा द्वारा किए गए प्रयासों पर प्रकाश डाला।
वहीं डॉ. साकेत ने कहा कि समाज को शिक्षित और संगठित करने के लिए मिलकर प्रयास करें। बिरसा मुंडा विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने कहा कि समाज के उत्थान के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और नशा मुक्ति नितांत आवश्यक है। इस अवसर पर राजकुमार शास्त्री और उनकी टीम ने गीत के माध्यम से चेतना जागृत की। कार्यक्रम में सेवाराम सन्नेही, बृजेश कोल, शशिकांत कुशवाहा, पंकज कुशवाहा, धनपत कोल, शैलेन्द्र सिंह भदौरिया, बच्चू सिंह, सचिन कुशवाहा, मुकद्दर अहमद, शक्ति सिंह, संदीप सिंह, प्रदीप कुशवाहा सहित जिलेभर से पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
कलेक्ट्रेट में जिला स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस समारोह आयोजित किया गया
रीवा. धरती आबा बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में कलेक्ट्रेट में जिला स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस समारोह आयोजित किया गया। जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बिहार में आयोजित समारोह का प्रसारण देखा व सुना गया। कार्यक्रम में जनजातीय वर्ग के लोगों को बुलाकर उनको संबंधित योजनाओं का लाभ भी दिलाया जाना था, लेकिन कार्यक्रम में अधिकारी और कर्मचारी ही उपस्थित रहे। कलेक्ट्रेट में आयोजित कार्यक्रम में विधायक नरेन्द्र प्रजापति ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का जीवन हमारे लिए मार्गदर्शक है। इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष गंगेव विकास तिवारी, अपर कलेक्टर सपना त्रिपाठी, संयुक्त कलेक्टर पीके पाण्डेय, डिप्टी कमिश्नर बालेन्दु पाण्डेय, क्षेत्र संयोजक रूचि तिवारी आदि उपस्थित रहे।
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पीएमश्री कॉलेज में मनाई बिरसा मुंडा जयंती
रीवा. प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंस शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय में बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि ज्योति कबीर पासा पार्षद ने किया। मौके पर मुख्य अतिथि ने कहा कि हमें बिरसा मुंडा के रास्ते पर चलकर छुआछूत, जातिवाद को छोडकऱ आगे सोचने के जरूरत है। कार्यक्रम के प्रभारी डॉ. विवेक वर्मा, प्रो. रविंद्र नाथ तिवारी, डॉ. भारतेन्दु मिश्रा ने अपनी बात रखी। साथ ही मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का प्रसारण भी दिखाया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक, कर्मचारी उपस्थित रहे।
भगवान बिरसा मुंडा जनजातीय गौरव के महाप्रतीक
जनजातीय समाज की समरसता भारतीय संस्कृति का आधार
गढ़ी. त्योंथर के ग्राम सूती के शासकीय विद्यालय में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस का समारोह पूर्वक आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि विधायक सिद्धार्थ तिवारी रहे। अध्यक्षता गोंदकला के पूर्व सरपंच अच्छेलाल कोल ने की और विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत सदस्य अनिल कुमार कोल, गंगा प्रसाद द्विवेदी, गढ़ी मंडल के अध्यक्ष समीर सिंह, सरोज कोल रहे। विधायक ने कहा कि साल 2021 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिवर्ष 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस मनाने की परंपरा का सूत्रपात किया है। उनका यह निर्णय सराहनीय है। कहा कि जनजातीय समाज का अपनापन और समरसता ही हमारी संस्कृति और सभ्यता का आधार है। इस दौरान आदिवासी अस्मिता के प्रतीक तीर कमान एवं भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा भेंट कर विधायक का सम्मान किया गया। इसके पहले आदिवासी समाज के युवकों ने पीला गमछा पहनकर बाइक रैली निकाली।
आदिवासी समाज ही है देश का मूल निवासी
जवा. आदिवासी समाज के महानायक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती सिरमौर विधानसभा क्षेत्र के जवा ब्लॉक अंतर्गत आदिवासी बस्ती चंदवा प्लाट में धूमधाम से मनाई गई। मुख्य अतिथि सरपंच संघ के सरंक्षक चक्रधर सिंह रहे। विशिष्ट अतिथि बलराम कोल, सुग्रीव, अमृत व मंगल कोल रहे। इस दौरान मुख्य अतिथि ने बताया कि बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 में वर्तमान झारखंड के रांची के ग्राम उलिहातु में एक किसान परिवार में हुआ था। इस अवसर पर सच्चिदानंद पांडे, राजदुलारी विश्वकर्मा, प्रभात साहू, शीवेन्द केवट, सुग्रीव कोल, विटोल देवी कोल, चंदा वर्मा, मानिक मास्टर, बालेन्द्र सिंह अन्य उपस्थित रहे।