Nitish Kumar Bihar CM। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम आने के बाद, राजनीतिक गतिरोध अब समाप्त हो गया है। जनता दल (यूनाइटेड) (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को एक बार फिर पार्टी विधान मंडल दल का नेता चुन लिया गया है। उन्होंने अपनी पार्टी के विधायकों के साथ-साथ सहयोगी दलों के समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंप दिए हैं, जिसके बाद नीतीश कुमार के एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है।
राजभवन से मिली जानकारी के अनुसार, नीतीश कुमार गुरुवार को सुबह 11:30 बजे बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। यह उनका आठवां कार्यकाल होगा, जो बिहार की राजनीति में उनके अटूट प्रभाव को दर्शाता है।
JDU विधान मंडल दल के नेता चुने गए नीतीश
चुनाव परिणामों के बाद, जेडीयू मुख्यालय में आयोजित विधान मंडल दल की बैठक में सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को नेता चुना गया। बैठक में विधायकों ने एकजुटता दिखाते हुए उनके नेतृत्व पर मुहर लगाई।
सर्वसम्मति से चयन: बैठक में सभी नवनिर्वाचित विधायकों ने नीतीश कुमार के नाम का प्रस्ताव किया, जिसका समर्थन सभी उपस्थित सदस्यों ने किया।
सरकार गठन का दावा: विधान मंडल दल के नेता चुने जाने के बाद, नीतीश कुमार ने सहयोगी दलों (यदि कोई हो) के नेताओं के साथ राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया।
यह निर्णय बिहार की राजनीतिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
संभावित मंत्रियों की लिस्ट पर मंथन जारी
नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण से पहले, नई कैबिनेट में शामिल होने वाले संभावित मंत्रियों के नामों पर गहन मंथन चल रहा है। गठबंधन (यदि कोई हो) और JDU के आंतरिक समीकरणों को साधते हुए मंत्रियों का चयन किया जाएगा। पार्टी की कोशिश है कि कैबिनेट में सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखा जाए।
माना जा रहा है कि JDU कोटे से कुछ प्रमुख चेहरों को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है:
| क्रम संख्या | संभावित मंत्री का नाम | अपेक्षित विभाग / स्थिति | विशेष टिप्पणी |
| 1 | विजय कुमार चौधरी | वित्त/जल संसाधन | वरिष्ठतम नेता, विधान मंडल दल में महत्वपूर्ण भूमिका। |
| 2 | श्रवण कुमार | ग्रामीण विकास/ संसदीय कार्य | मुख्यमंत्री के करीबी और नालंदा से अनुभवी विधायक। |
| 3 | लेसी सिंह | खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण | महिला कोटे से अनुभवी नेता। |
| 4 | अशोक चौधरी | भवन निर्माण/ शिक्षा | कार्यकारी अध्यक्ष और मजबूत दलित चेहरा। |
| 5 | संजय झा | जल संसाधन/ सूचना एवं जनसंपर्क | मुख्यमंत्री के रणनीतिकार और मैथिल ब्राह्मण चेहरा। |
| 6 | सुनील कुमार | शिक्षा/मद्य निषेध | पूर्व आईपीएस अधिकारी, प्रशासनिक अनुभव। |
| 7 | जमा खान | अल्पसंख्यक कल्याण | अल्पसंख्यक चेहरे के रूप में महत्वपूर्ण। |
| 8 | मदन सहनी | समाज कल्याण | अति पिछड़ा वर्ग (EBC) का प्रतिनिधित्व। |
| 9 | जयंत राज | युवा नेता, महत्वपूर्ण विभाग मिल सकता है। | युवा कोटे का प्रतिनिधित्व। |
नई सरकार के सामने चुनौतियाँ
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नई सरकार के सामने कई बड़ी चुनौतियाँ होंगी:
विकास कार्य: चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूरा करना और बिहार में चल रहे विकास कार्यों को गति देना।
रोजगार: युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन करना एक प्रमुख चुनौती बनी रहेगी।
कानून व्यवस्था: राज्य में कानून व्यवस्था को और मजबूत करना, खासकर अवैध शराबबंदी और अपराध नियंत्रण के मोर्चे पर।
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही, नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार एक नए राजनीतिक अध्याय की ओर बढ़ेगा, जहाँ उन्हें गठबंधन के भीतर समन्वय बनाए रखने और राज्य की जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की बड़ी जिम्मेदारी निभानी होगी।
