रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा स्थित सैनिक स्कूल की धरती ने शुक्रवार, 31 अक्टूबर 2025 को एक अभूतपूर्व और ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनी। यहां आयोजित अखिल भारतीय सैनिक स्कूल प्रतियोगिता 2025 का भव्य समापन समारोह हुआ, जो न केवल खेल कौशल का उत्सव था, बल्कि देश के सैन्य गौरव का संगम भी बना। यह कार्यक्रम इसलिए भी अद्वितीय रहा क्योंकि इस अवसर पर देश की सेना के दो प्रमुख— थल सेना अध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी—दोनों ही सैनिक स्कूल रीवा के पूर्व छात्र और सहपाठी, एक साथ उपस्थित रहे।

विजेता एवं उप विजेता टीमों को पुरस्कार स्वरूप ट्राफी प्रदान की गई, लेकिन इस अवसर पर दिए गए उद्बोधनों ने कैडेट्स और उपस्थित जनसमूह को अनुशासन, समर्पण और खेल भावना के गहरे मायने समझाए।
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उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल: खेल भावना सर्वोपरि
समारोह के मुख्य अतिथि, उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि “जीत-हार से ज्यादा जरूरी है खेल भावना से खेलों में भाग लेना।” उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि हार किसी भी खिलाड़ी को निराश नहीं करनी चाहिए, बल्कि जीतने के लिए दोगुने प्रयास करने का संकल्प लेना चाहिए।

श्री शुक्ल ने इस दिन को रीवा के लिए “ऐतिहासिक” बताया। उन्होंने गर्व से कहा कि रीवा और विंध्य की धरा के लिए यह सौभाग्य की बात है कि देश की सेना के दो प्रमुख, जो इसी स्कूल के पूर्व छात्र हैं, आज एक मंच पर मौजूद हैं और उनके हाथों से विजेता टीमों को पुरस्कार मिल रहे हैं। उन्होंने रेखांकित किया कि रीवा की पहचान अब केवल सफेद शेर या एशिया के सबसे बड़े सोलर प्लांट तक सीमित नहीं है, बल्कि यह वह धरती है, जिसने देश के तीन सेना प्रमुखों में से दो को दिया है और वे दोनों इसी स्कूल के सहपाठी भी हैं।
उप मुख्यमंत्री ने सेना प्रमुखों का दिल से अभिनंदन करते हुए भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम का स्मरण किया। उन्होंने सेना नायकों को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का हीरो बताते हुए कहा कि इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने आक्रमण और आधुनिक रक्षा प्रणाली का प्रदर्शन करते हुए दुश्मनों के ठिकानों को सफलतापूर्वक नेस्तनाबूद कर दिया था। उप मुख्यमंत्री ने सेना प्रमुखों को सम्मान स्वरूप सफेद शेर की प्रतिकृति भेंट की।

एडमिरल त्रिपाठी: उद्देश्य, संयम और निरंतर प्रयास
नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में खेल के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि “खेल चरित्र निर्माण का माध्यम है।” उन्होंने कहा कि खेल का मैदान केवल मनोरंजन का स्थान नहीं है, बल्कि वह जीवन की दिशा भी दिखाता है। रीवा सैनिक स्कूल में अपनी वापसी पर गर्व व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि गुरुजनों द्वारा दी गई शिक्षा और अनुशासन ने ही उन्हें जीवन में आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त किया।

एडमिरल त्रिपाठी ने कैडेट्स से दृढ़ निश्चय और मनोयोग से अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने इस बात पर विशेष प्रसन्नता व्यक्त की कि खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले कुल 540 विद्यार्थियों में 201 लड़कियाँ भी शामिल थीं, जो महिला सशक्तिकरण और देश के भविष्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है। उन्होंने कैडेट्स को संदेश दिया कि उद्देश्य, संयम और निरंतर प्रयास के साथ ही हम ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को पूरा कर पाएंगे। उन्होंने स्कूल के लिए दो लाख रुपये की चेक भी प्रदान की।

जनरल द्विवेदी: भरोसा और समर्पण है आधार
थल सेना अध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने कैडेट्स को जीवन का महत्वपूर्ण सबक देते हुए कहा कि “ऐसे बनें कि दूसरे आप पर भरोसा करें।” उन्होंने खेल के मैदान में सीखे गए अनुशासन और देश के प्रति समर्पण भाव को नागरिक सेवा का आधार बताया। अपने विद्यालय में उपस्थित होने को सौभाग्य बताते हुए, उन्होंने कैडेट्स के उज्जवल भविष्य की कामना की।
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जनरल द्विवेदी ने याद दिलाया कि 31 अक्टूबर को एकता दिवस है और 1 नवम्बर को मध्य प्रदेश अपना 70वां स्थापना दिवस मना रहा है। उन्होंने रीवा और विंध्य की धरा के उन वीर पूर्व सैनिकों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने कहा कि उनकी वीरता और समर्पण को आने वाली पीढ़ी हमेशा याद रखेगी। उन्होंने बताया कि जब भी वह असमंजस में होते हैं, तो उनके शिक्षकों की सीख ही उनके काम आती है। उन्होंने कैडेट्स को शारीरिक और मानसिक तौर पर सुदृढ़ रहने की सलाह दी और आत्मनिर्भर देश के निर्माण में दृढ़ निश्चय के साथ कर्तव्य निभाने पर ज़ोर दिया।

दोनों सेना प्रमुखों ने उप मुख्यमंत्री को भी सम्मान स्वरूप ब्रह्मोस एवं शिप मॉडल की प्रतिकृति भेंट की।
प्रतियोगिता का सार-संक्षेप
सैनिक स्कूल रीवा के प्राचार्य कर्नल अविनाश रावल ने आभार प्रदर्शन करते हुए नेशनल गेम्स के सफल आयोजन की जानकारी दी।
| इवेंट/पुरस्कार | विजेता | उप विजेता |
| बास्केटबाल (जूनियर) | सैनिक स्कूल कपूरथला | सैनिक स्कूल झुंझनू |
| वालीबाल | सैनिक स्कूल नालंदा | सैनिक स्कूल झुंझनू |
| एथलेटिक्स | अमरावती नगर | खाराखेरी |
| सांस्कृतिक आयोजन | सैनिक स्कूल चंद्रपुर | पुंगलवा गोलपावा |
| ओवर आल ट्राफी | सैनिक स्कूल झुंझनू | – |
इस भव्य समापन समारोह में सांसद रीवा जनार्दन मिश्र, सांसद सतना गणेश सिंह, जिला भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र गुप्ता सहित गणमान्यजन, जनप्रतिनिधि, सैनिक स्कूलों के प्राचार्य, ऑफीसियल्स, छात्र-छात्राएँ तथा स्थानीय जन उपस्थित रहे। यह आयोजन खेल, अनुशासन और सैन्य गौरव की एक अमिट छाप छोड़ गया।
