मध्य प्रदेश के रीवा में मॉ ने अपने बच्चों को आँचल मे छुपा कर जान बचा ली लेकिन खुद की जिंदगी हार गई। शुक्रवार की दोपहर रीवा में अचानक बारिश के बीच आकाशीय बिजली कहर बनकर गिरी। अलग-अलग स्थानों में आकाशीय बिजली से तीन जिंदगियां काल के गाल में समा गई। वहीं इन हादसों में आधा दर्जन लोग घायल हो गए जिनको अस्पताल भिजवाया गया। वहीं बच्चों को अपने आंचल में छिपाकर एक मां ने उनकी जान बचा ली लेकिन आकाशीय बिजली से खुद को नहीं बचा पाई। परिजन महिला को अस्पताल लेकर आए जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
मऊगंज थाने के दुबगवां दुबान निवासी पानवती द्विवेदी पति जनार्दन द्विवेदी 55 वर्ष शुक्रवार को आम की रखवाली करने के लिए गई थी। उनके साथ देवरानी के दो छोटे-छोटे बच्चे भी गए थे। दोपहर अचानक मौसम खराब हुआ जिस पर बच्चे डरने लगे।
महिला ने उनको हिम्मत देने के लिए अपने आंचल में छिपा लिया और पेड़ के नीचे बैठ गई। इस दौरान पेड के समीप आकाशीय बिजली गिरी जिससे महिला चपेट में आ गई जबकि आंचल के अंदर छिपे बच्चों की जान बच । घटना की जानकारी होने पर गई परिजन उनको उपचार के लिए अस्पताल लेकर आए जहां उनकी मौत हो गई।
शाहपुर थाने के करह गांव में दो स्थानों में आकाशीय बिजली गिरी है। शुक्रवार की दोपहर कुछ लोग एक कुएं के पास बैठे हुए थे। उसी दौरान बारिश होने लगी तो वे समीप ही स्थित झोपड़ी में छिप गए। उसी झोपड़ी में आकाशीय बिजली गिरी जिससे उसके नीचे बैठे तीन लोग उसकी चपेट में आ गए।
हादसे में दो लोगों की मौत हो गई जिनमें माया कोल पिता श्री कोल 18 वर्ष, दादू भाई साके पिता प्रभूदयाल साकेत 19 वर्ष शामिल है। वहीं कंचन आदिवासी पति भूपेश आदिवासी 25 वर्ष घायल हो गई जिसको तत्काल अस्पताल भिजवाया गया।
कुछ देर बाद ही गांव के एक अन्य स्थान पर आकाशीय बिजली गिरी। यहां पर सड़क का निर्माण चल रहा था जिसमें 12 मजदूर काम कर रहे थे। उसी स्थान पर बिजली गिरी जिससे तीन महिलाएं उसकी चपेट में आ गई। घायलों की पहचान सीता साकेत 37 वर्ष, गीता 25 वर्ष, ज्ञानवती साकेत 30 वर्ष निवासी करह के रूप में हुई। इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया ।