विंध्य भास्कर, भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सिंहस्थ 2028 की तैयारियों के लिए सभी अधोसंरचना कार्यों को समयबद्ध रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्य की समय सीमा निर्धारित कर वर्षाकाल से पहले कार्यालयीन प्रक्रियाएं पूरी की जाएं, ताकि बारिश के बाद निर्माण कार्य तत्काल शुरू हो सकें। मंत्रालय में आयोजित सिंहस्थ 2028 मंत्रिमंडलीय समिति की तीसरी बैठक में उन्होंने यह बात कही।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज मंत्रालय में सिंहस्थ- 2028 की तैयारियों के लिए गठित मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक कर विभिन्न विभागों की कार्ययोजना एवं प्रगति की समीक्षा की…@DrMohanYadav51 #CMMadhyaPradesh #MadhyaPradesh pic.twitter.com/8mxMic8R7c
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) May 21, 2025
मुख्यमंत्री ने उज्जैन नगर निगम, विकास प्राधिकरण, और अन्य निर्माण एजेंसियों में तकनीकी कर्मचारियों की कमी को अन्य विभागों से प्रतिनियुक्ति द्वारा दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए रेलवे और सड़क मार्गों के साथ बेहतर समन्वय पर जोर दिया, विशेष रूप से महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, और मंदसौर के पशुपतिनाथ मंदिर को केंद्र मानकर। बैठक में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह, और खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत उपस्थित थे।
डॉ. यादव ने स्नान, पेयजल, सीवरेज, आवास, कानून व्यवस्था, और चिकित्सा सुविधाओं की समीक्षा की। कान्ह नदी डायवर्जन, 30 किमी घाट निर्माण, क्षिप्रा नदी में निरंतर जल प्रवाह के लिए सिलार खेड़ी और सेवर खेड़ी बांध, और बैराज निर्माण की प्रगति की जानकारी ली गई। इंदौर-उज्जैन मार्ग के सिक्स लेन चौड़ीकरण, वैकल्पिक मार्ग, और ओंकारेश्वर-महेश्वर में यात्री सुविधाओं के विस्तार की भी समीक्षा की गई।