रीवा. प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की किस्त समय पर नहीं मिलने से हजारों की संख्या में मकानों का निर्माण अधूरा पड़ा है। अब बरसात का मौसम नजदीक आ रहा है तो हितग्राहियों की चिंता बढ़ने लगी है। वे जनपद से लेकर जिला स्तर तक के अधिकारियों के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। कई लोगों ने कहा कि वह अपना पुराना मकान गिराकर आवास योजना के तहत पक्का मकान बना रहे हैं। अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि समय पर किश्त मिल जाएगी जिससे बरसात के पहले मकान तैयार हो जाएगा। लेकिन अब किस्तें समय पर नहीं पहुंच पा रही हैं।
गंगेव जनपद पंचायत क्षेत्र के रोजवह निवासी संजय सिंह एवं समयराज सिंह ने बताया कि शुरुआत किस्त मिलने के चलते छत लेवल तक मकान बना चुके हैं। अब किस्त नहीं आ रही है, जिसके चलते छत पड़ना मुश्किल हो रहा है। सरपंच, सचिव को लगातार आखिरी किस्त की राशि दिलवाने के लिए कहा जा रहा है लेकिन उनकी ओर से टालमटोल किया जा रहा है। साथ ही जनपद के अधिकारियों को भी इस बारे में बताया गया लेकिन उनकी ओर से कोई पैरवी नहीं की गई। इस कारण जिला स्तर के अधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है। गंगेव जनपद में आवास योजना को लेकर व्यापक लापरवाही सामने आ रही है। बीते महीने समीक्षा के दौरान प्रमुख सचिव ने गंगेव जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। इसके बावजूद व्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं हो रहा है। हितग्राही किस्त के लिए भटक रहे हैं।
तीसरी किस्त के इंतजार में 12 हजार से अधिक लोग
जनपद पंचायत |
पहली किस्त | दूसरी किस्त | तीसरी किस्त |
गंगेव | 6232 | 5078 | 1264 |
हनुमना | 6840 | 5421 | 1276 |
जवा | 4295 | 3445 | 1512 |
मऊगंज | 4075 | 3078 | 528 |
नईगढ़ी | 3838 | 2336 | 500 |
रायपुर कर्चु. | 7383 | 5218 | 1492 |
रीवा | 5385 | 4000 | 1386 |
सिरमौर | 6997 | 5663 | 2234 |
त्योंथर | 5036 | 4140 | 2061 |
जिलेभर में योजना की गति धीमी
प्रधानमंत्री आवास योजना की रफ्तार पूरे जिले में काफी धीमी चल रही है। जिसकी वजह से हितग्राहियों को आए दिन शिकायतें लेकर भटकना पड़ रहा है। इस साल के टागरेट के अनुसार सभी जनपदों का कार्य काफी पीछे है। जिसमें गंगेव जनपद का 6.2 प्रतिशत, हनुमना का 4.9 प्रतिशत, जवा 9.8 प्रतिशत, मऊगंज 6.1 प्रतिशत, नईगढ़ी 1.7 प्रतिशत, रायपुर कर्चुलियान 6.9 प्रतिशत, रीवा 6.6 प्रतिशत, सिरमौर 13.7 प्रतिशत, त्योंथर 8.3 प्रतिशत है। जिले में 63975 आवास एक साल के भीतर तैयार कराने का लक्ष्य दिया गया था। जिसमें 4684 ही पूर्ण हो पाए हैं। यह निर्धारित टारगेट का 7.3 प्रतिशत है।