Narmadapuram News: मध्य प्रदेश के एक स्कूल में तिलक लगाने पर विध्यार्थियों के साथ मार-पीट कर दी गई। दरअसल सिवनीमालवा के नर्मदा वैली एकेडमी स्कूल में छात्रों को स्कूल प्रबंधन द्वारा तिलक लगाकर आने से मना किया गया इतना ही नहीं उनके साथ मारपीट का भी मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्टक अनुसार यहां एक छात्र तिलक लगाकर आया तो स्कूल प्रबंधन ने छात्र को लंबा तिलक नहीं लगाकर आने चेतावनी दी। इतना ही नहीं स्कूल प्रबंधन ने कुछ बच्चों के माथे पर लगे तिलक को भी मिटवा दिया। वहीं बच्चों के साथ मारपीट भी की गई। इस घटना के बाद लोगों में आक्रोश का माहौल है।
हुआ विरोध
बता दें कि सिवनीमालवा के नर्मदा वैली एकेडमी स्कूल में बच्चों के साथ मारपीट की घटना हुई। इसकी जानकारी मिलते ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता स्कूल पहुंच गए जहां पर उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल और मैनेजमेंट के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और विरोध जताया।
प्रबंधन पर विद्यार्थियों के साथ मारपीट का आरोप
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नर्मदा वैली एकेडमी पहुंचे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों जानकारी दी कि हमें स्कूल प्रबंधन के द्वारा तिलक लगाने से मनाकर दिया गया। आगे बताया कि कुछ बच्चों के माथे से तिलक मिटवा दिए गए। बच्चों ने ये भी बताया कि स्कूल के शिक्षकों ने उनके साथ मारपीट भी की।
ABVP ने की स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग
इस घटना के बाद पुलिस को सूचना दी गई जिसके बाद पुलिस नर्मदा वैली एकेडमी पहुंची। वहीं पुलिस ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश भी किया। दूसरी तरफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे और विरोध जताया। इस घटना के बाद नायब तहसीलदार दीप्ति चौधरी भी स्कूल पहुंची और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों को समझाया।
संयुक्त रुप से जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश
वहीं मामले पर SDM अनिल कुमार जैन ने जानकारी दी कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने नर्मदा वैली एकेडमी के छात्रों को लेकर ज्ञापन दिया। ज्ञापन में कहा गया कि वहां की प्राचार्य छात्रों को तिलक लगाने से रोक रही है। बताया कि छात्रों को धमकाया जाता है। मारपीट की जाती है। इतना ही नहीं विद्यार्थी परिषद ने अपने ज्ञापन में विकास खंड शिक्षा अधिकारी और नायब तहसीलदार को संयुक्त रूप से जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत देने को कहा है। बताया जा रहा है कि रिपोर्ट मिलते ही वैधानिक कार्रवाई की होगी।