नई दिल्ली। मानसुन आने से पहले ही कई बार मौसम में बदलाव देखा गया है। वही अरब सागर का चक्रवात बिपरजोय बेहद खतरनाक होता जा रहा है। हालांकि मौसम विभाग ने इसको लेकर पहले से ही चेतावनी दे दी थी। चक्रवात तुफान यह पाकिस्तान के कराची एवं अपने देश के गुजरात के तटीय जिलों में तबाही मचा सकता है वही मौसम विभाग ने इन क्षैत्रो के लिए अलर्ट भी जारी किया है। सबसे ज्यादा असर पोरबंदर, द्वारका, जूनागढ़, रामनगर एवं कच्छ समेत कई जिलों पर पड़ेगा। साथ ही तटीय हिस्सों में तूफान का असर दिखने लगा है।
मौसम विभाग कि चेतावनी
अरब सागर का चक्रवात बिपरजोय तुफान को लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इस चक्रवात की हवा 125 से 150 किलोमीटर की गति से गुजरात के मांडवी और पाकिस्तान के कराची के आसपास के क्षेत्र से 15 जून को टकराएंगी। साथ ही तटीय इलाकों के साथ-साथ स्थलीय क्षेत्रों में भी हवा तेज चलेगी। वर्षा भी भारी होगी। खतरे को देखते हुए केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने रविवार को अधिकारियों के साथ स्थिति की उच्च स्तरीय समीक्षा की।
केंद्र सरकार अलर्ट
चक्रवात तुफान को लेकर सरकारे भी अलर्ट मोड़ पर है वही केंद्र सरकार ने भी प्रभावित होने वाले सभी राज्यों को बचाव कार्य की अग्रिम तैयारियां कर लेने का निर्देश दिया है। आइएमडी के अनुसार चक्रवात अपने स्थान से उत्तर-पूर्व दिशा की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसका असर 14 जून से दिखना शुरू हो जाएगा और अगले 24 घंटे के दौरान तक डेढ़ सौ किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। खतरे को देखते हुए गुजरात के समुद्र तटीय जिलों को अलर्ट कर दिया गया है।
समुद्र में उठ रही तेज लहरें
चक्रवात तुफान का असर समुंद्री तटो पर दिखने लगा है वही सौराष्ट्र के कई क्षेत्रों में तेज हवाएं शुरू हो गई हैं। समुद्र की लहरें 12 से 17 फीट तक उछाल मारने लगी हैं। साथ गुजरात के साथ महाराष्ट्र एवं गोवा में भी चक्रवात का असर दिखने लगा है। मुंबई के पास भी समुद्र में लहरें उठती हुई देखी गई हैं।