भोपाल। मध्यप्रदेश में 162 सीटें जीतकर दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाने वाली भाजपा को भले ही कामयाबी मिली हो, लेकिन उनके 12 मंत्री, एक केंद्रीय मंत्री सहित दो सांसद सहित कई दिग्गज नेताओं की हार का सामना करना पड़ा है। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने मध्यप्रदेश में दो तिहाई बहमत के साथ पांचवी बार सत्ता हासिल कर ली है। कांग्रेस के 64 प्रत्याशी ही जीत हासिल कर पाए है। कांग्रेस के भी कई दिग्गज नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है। मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधनी सीट से रिकॉर्ड मतों के अंतर से जीत गए हैं, लेकिन बीजेपी के केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते चुनाव हार गए हैं. कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ छिंदवाड़ा सीट से चुनाव जीत गए हैं।
रिकार्ड वोट का फायदा मिला भाजपा को
मध्य प्रदेश की जनता ने इस बार विधानसभा चुनाव में 66 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया और रिकॉर्ड 77.82 फीसदी मतदान हुआ। शाजापुर, आगर मालवा, शुजालपुर, कालापीपल, मल्हारगढ़, जावद, जावरा और सोनकच्छ में 85फीसदी से ज्यादा मतदान का लाभ भाजपा को मिला है।
कइयों को आया पसीना
चुनाव में केन्द्रीय मंत्रिमण्डल के सदस्य फग्गन सिंह कुलस्ते और गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को हार का सामना करना पड़ा है। चुनाव हारने वाले मंत्रियों में सहकारिता मंत्री अरविन्द भदौरिया, कृषि मंत्री कमल पटेल, पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया, पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, उद्यानिकी राज्य मंत्री भारत सिंह, पिछड़ा वर्ग एवं
अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामखेलावन पटेल, आयुष मंत्री राम किशोर कांबरे, सुरेश धाकड़ लोक निर्माण राज्यमंत्री, राज्य मंत्री राहुल लोधी चुनाव हार गए हैं। गौरतलब है कि वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार के 13 मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा था। इस बार 12 मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा है, जबकि दो मंत्रियों ने चुनाव नहीं लड़ा है।