रीवा। विंध्य को वंदे भारत ट्रेन नहीं मिलने पर विंध्य की उपेक्षा का आरोप कांग्रेस ने लगाया है। कांग्रेस के पूर्व नेता प्रतिपक्ष और विंध्य के कांग्रेस के बड़े नेता अजय सिंह ने कहा है कि रीवा में भोपाल के बीच अभी एक इकलौती ट्रेन रेवांचल एक्सप्रेस है। जिसमें यात्रियों को काफी दबाव है।ऐसे में रीवा से वंदे भारत को नहीं मिलना विंध्य की बड़ी उपेक्षा है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को प्रधानमंत्री प्रदेश में जिन दो वंदे भारत का संचालन करने के लिए हरीझंडी दिखा रहे है उन स्थानों से भोपाल व इंदौर के लिए पहले से बेहतर रेल सुविधाएं है। जबकि विंध्य को वंदे भारत जैसी ट्रेन की जरूरत है। रीवा रेलवे स्टेशन में वंदे भारत संचालन को लेकर भाजपा के नेताओं ने श्रेय लिया था, लेकिन इसके बावजूद विंध्य को वंदे भारत ट्रेन नहीं मिली है जबकि विंध्य से बड़ी संख्या में रेलवे का यात्रियों से राजस्व मिलता है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि विंध्य में सिंगरौली व रीवा खनिज संपदा से सबसे अधिक राजस्व सरकार को मिलता है इसके बावजूद विंध्य की उपेक्षा की जा रही है।
बता देें कि प्रदेश में दूसरी वंदेभारत एक्सप्रेस रीवा से दौड़नी थी,लेकिन रीवा भोपाल के बीच वंदे भारत संचालन में जो सबसे बड़ी समस्या सामने आ रही है। उसमें पहला इतनी स्पीड की क्षमता का ट्रैक नहीं होना है। दूसरा रीवा भोपाल के बीच की दूरी सबसे बड़ी बाधा है। इन्हीं दोनों कारणों के कारण रीवा से वंदे भारत ट्रेन का प्रोजेक्ट फिलहाल टल गया। अब अगले चरण इस ट्रेन की चलने की संभावना है। वर्तमान में रीवा से भोपाल के लिए नियमित एक ट्रेन चल रही है। इसमें या़ित्रयों का काफी दबाव है। रीवा भोपाल के बीच आए दिन वेटिंग रहती है।इसके विकल्प के लिए स्पेशल ट्रेन का संचालन भी किया जा रहा है। इसके बावजूद लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। यही कारण है वंदेभारत रीवा से भोपाल के बीच चलाने की मांग हुई। प्रधानमंत्री का कार्यक्रम तय होने के बाद भाजपा के पदाधिकारियों ने इस ट्रेन के संचालन को लेकर सोशल मीडिया में बधाई देने का भी ताता लग गया। लेकिन अचानक वंदे भारत टल जाने के बाद लोगों को झटका लग गया है।
रीवा में प्लेटफार्म की बड़ी समस्या
पश्चिम मध्य रेलवे स्टेशन रीवा रेलवे स्टेशन में सबसे अधिक यात्री देने वाला स्टेशन है। यही कारण है कि रीवा से वर्तमान एक दर्जन से अधिक ट्रेन का संचालन हो रहा है। लेकिन वर्तमान में रीवा रेलवे स्टेशन में प्लेटफार्म व मेंटीनेंस सुविधाओं का अभाव होने के कारण कई नई ट्रेन नहीं मिल पा रही है। हांलाकि रेलवे स्टेशन में पांच प्लेटफार्म का निर्माण प्रगतिरत है लेकिन इसे पूरा होने में अभी काफी समय है