MP Election 2023: रीवा। मनगवां विधानसभा सीट से एक बार फिर भाजपा को शानदार जीत मिली है। रीवा जिले के सभी विधानसभा सीट की तुलना में मनगवां से बीजेपी प्रत्याशी ने सर्वाधिक मतों से जीत हासिल की है। जनता के मत से यह समझ पड़ता है कि बीजेपी के विकास से वो संतुष्ट है और उनके मन में कमल बसा था। जनता ने यह महसूस किया कि विकास सिर्फ भाजपा ही कर सकती है, क्योंकि मनगवां सीट से 2013 के चुनाव में बसपा को जीत हासिल हुई थी, उसके बाद 2018 में पंचूलाल प्रजापति बीजेपी से विधायक बने और अब 2023 में हुए विस चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार नरेंद्र प्रजापति पर जनता ने भरोसा दिखाया है।
निश्चित तौर पर सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं का असर इस सीट पर दिखाई दिया। पीएम आवास, उज्जवला एवं खाद्यान्न वितरण का लाभ के साथ लाडली बहना योजना से भी महिलाओं ने बढ़चढ़कर बीजेपी प्रत्यासियों के प्रति अपना भरोसा दिखाया उसी का परिणाम है कि विंध्य में भाजपा को अच्छी सफलता मिली है। भारतीय जनता पाटी सरकार की योजनाओं एवं नेताओं की रणनीति पूरी तरह सफल रही है। जनता ने यह संदेश दे दिया है कि जीत की हकदार भारतीय जनता पाटी है एसटी, एससी, ओबीसी का जबरदस्त झुकाव भाजपा की तरफ रहा। यही कारण है कि भाजपा रीवा जिले ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है।
भाजपा नरेंद्र प्रजापति को 78754 तथा निकटतम पतिद्वंदी कांग्रेस की बबिता साकेत को 46842 मत प्राप्त हुए। भाजपा प्रत्याशी ने 31912 मतों से विजय हासिल की। यहां कांग्रेस बुरी तरह से पिट गई। कांग्रेस बदलाव की हवा को पूरी तरह वोट में परिवर्तित कर पाने में असफल साबित हुई है। अति आत्मविश्वास और पार्टी के अंदर गुटबाजी भी हार का प्रमुख कारण माना जा रहा है पाटी के वरिष्ठ नेताओं का चुनाव प्रचार में न आना, क्षेत्र का स्वयंभू बनकर पार्टी को जिताने का दंभ भरने के कारण कांग्रेस को काफी नुकसान हुआ। जिससे पार्टी की और मतदाता पूरे मनोयोग से नहीं जुड़ पाया और कांग्रेस बुरी तरह पराजित हो गई। कांग्रेस नेताओं को आत्मचिंतन की जरूरत है। मनगवां में यह साबित हो गया कि चुनाव नाम से नहीं, काम से जीता जाता है।
कांग्रेस के संकल्प पत्र का नहीं दिखा प्रभाव
रीवा जिले के साथ ही मनगवा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के संकल्प पत्र का कोई खास असर नहीं दिखा। क्षेत्र की जनता ने भाजपा सरकार के पिछले 18 वर्षों में किये गये विकास कार्य के नाम पर वोट दिया है। हालांकि छोटी मोटी समस्या सडक, बिजली, पानी को लेकर बनी रहती है, लेकिन कोई बड़ा मुददा इस चुनाव में सामने नहीं आया है। क्योंकि क्षेत्र के लोगों को मूलभूत सुविधा लगभग मिलती दिख रही है। सिंचाई के लिए नहर का पानी तथा बिजली, सड़क जैसे मुद्दे गौण दिखे। कुछ जगहों पर पानी, और सड़क को लेकर विरोध था लेकिन इसका कोई असर नहीं पड़ा। जनता ने भाजपा को विकास के लिए वोट दिया है।
मनगवां में अब तक के विधायक
1952……………., 1957 रुकमणी रमन प्रताप सिंह आईएनडी, 1962 रुकमणी रमन प्रताप सिंह कांग्रेस, 1967 रुकमणी रमन प्रताप सिंह कांग्रेस, 1972 श्रीनिवास तिवारी कांग्रेस, 1977 रुकमणी रमन प्रताप सिंह कांग्रेस, 1980 चंपा देवी कांग्रेस, 1985 चंपा देवी कांग्रेस, 1990 श्रीनिवास तिवारी कांग्रेस, 1993 श्रीनिवास तिवारी कांग्रेस, 1998 श्रीनिवास तिवारी कांग्रेस, 2003 गिरीश गौतम बीजेपी, 2008 पन्नाबाई प्रजापति बीजेपी, 2013 शीला त्यागी बीएसपी, 2018 पंचूलाल प्रजापति बीजेपी, 2023 नरेन्द्र प्रजापति बीजेपी बीजेपी |
अन्य प्रत्याशियों को मिले मत पर एक नजर
मनगवां विधानसभा में भाजपा-कांग्रेस सहित एक दर्जन उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। बीजेपी-कांग्रेस के अलावा यहां बसपा उम्मीदवार ने पांच अंक के आकड़े को टच किया। बसपा से प्रत्याशी रहे रामयण साकेत को 22895 मत मिले। इसके साथ ही सपा से प्रीती वर्मा को 1408 मत, आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी वरुण अंबेडकर को 1111, शिवदास कोरी निर्दलीय को 791 मत, रमेश चंद्र निर्दलीय ने 766 मत, राजनारायण निर्दलीय 545 मत, रमेश साकेत भारतीय शक्ति चेतना पार्टी 326 मत, गणपति बंसल आदिम समाज पार्टी 242 मत, जोखूलाल प्रजापति प्यूपिल पार्टी ऑफ इण्डिया 224 मत, मेवालाल प्रजापति भागीदारी पार्टी 193 मत प्राप्त किए। इसके साथ नोटा को यहां से 1947 मत मिले है।
मनगवां का वोट प्रतिशत
विजयी प्रत्याशी : नरेंद्र प्रजापति |
निकटतम प्रतिद्वंद्वी बबिता साकेत |
प्राथमिकता में ये काम |
वोट : 78754 प्रतिशत : 50.47% अंतर : 31912 |
वोट : 48842 प्रतिशत : 30.02 |
• सड़क, बिजली, पानी जैसी मूलभूत समस्याओं को और दुरस्थ किया जाएगा। • युवाओं के लिए रोजगार के अवसर तलाशे जाएगे साथ हीजरूरत और जनता की मांग के अनुरूप विकास कार्य किये जाएंगे। |
जीत का श्रेय : भाजपा की रीति-नीति और विकास पर जनता ने लगाई मुहर और क्षेत्र की जनता की हुई जीत |
हार का कारण : पार्टी के अंदर गुटबाजी और ओवर कॉन्फीडेन्स के चलते हार का मुंह देखना पड़ा। |
मतगणना शुरू होते ही बीजेपी को बढ़त
मतगणना शुरू होते ही भाजपा प्रत्याशी ने बढ़त बना ली थी जो अंतिम दौर तक चलती रही। इस चुनाव में भाजपा की जीत में कहीं संघर्षपूर्ण चुनाव नजर नहीं आया। बड़े अंतराल से एकतरफा जीत की तरफ बीजेपी उम्मीदवार बढ़ते गए। मनगवां में न कोई संघर्ष रहा न ही कोई परेशानी रही। कांग्रेस हवा-हवाई चलती रही और वोट भाजपा की झोली में चला गया। आम मतदाताओं खासतौर पर पिछड़े वर्ग के लोगों ने मोदी और शिवराज के नाम पर अच्छा समर्थन दिया है। यही कारण है कि परिणाम आश्चर्यचकित करने वाले रहे। हालांकि क्षेत्र के लोगों को ऐसी एकतरफा जीत की कल्पना नहीं थी।
जनता ने केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर भरोसा जताते हुए अपना मत दिया है। प्रदेश | सरकार द्वारा किये गये जनहितैषी कार्य के चलते ही जीत हासिल हुई है। इस विश्वास को और अधिक मजबूत करने का प्रयास करेंगे।
इंजी नरेंद्र प्रजापति, विजयी प्रत्याशी
जनता के बीच गए लेकन बदलाव को कई लोग स्वीकार नहीं किए। जनता के हित के लिए विपक्ष में रहकर आवाज उठाते रहेंगे।
बबिता साकेत, निकटतम प्रत्याशी