रीवा. विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे राजनीतिक दलों में बसपा ने सबसे पहले अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। प्रदेश की सात सीटों पर पार्टी ने उम्मीदवार घोषित किया है। इसमें विंध्य की चार विधानसभा सीट हैं। रीवा जिले में बसपा ने सेमरिया विधानसभा से फिर अपने पुराने नेता पंकज सिंह पटेल पर ही भरोसा जताया है। इसके पहले पंकज दो बार चुनाव हार चुके हैं। हालांकि वह लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं, जिसके चलते पार्टी ने फिर मौका दिया है।
सिरमौर सीट पर पार्टी ने नए नेता को मैदान में उतारा है। विष्णुदेव (वीडी) पांडेय पुलिस अधिकारी रहे हैं। सेवानिवृत्त होने के बाद से वह राजनीति में सक्रिय हैं। उनकी पत्नी रन्नू पांडेय जवा जनपद की अध्यक्ष भी हैं। इसके चलते क्षेत्र में राजनीति का बड़ा आधार भी उन्हें मिल गया है। पहले वह कांग्रेस नेताओं के संपर्क में भी रहे हैं, लेकिन वहां पर टिकट की संभावनाएं कम थीं। इस कारण उन्होंने कुछ समय पहले ही बसपा ज्वाइन की है। क्षेत्र में लगातार उनकी सक्रियता बनी रही है। इसके अलावा सतना की दो विधानसभा सीट पर भी प्रत्याशी उतारे हैं।
सतना की रामपुर से मणिराज सिंह, रैगांव से देवराज अहिरवार
इधर, सतना जिले के रामपुर बाघेलान विधानसभा क्षेत्र से मणिराज सिंह पटेल को प्रत्याशी बनाया है। मणिराज राजस्व विभाग से सेवानिवृत्त होने के बाद लगातार क्षेत्र भी सक्रिय रहे। बसपा के कई बड़े कार्यक्रम भी विस क्षेत्र में कराए। वहीं रैगांव विधानसभा क्षेत्र से देवराज अहिरवार को मौका दिया है। इससे पहले इस सीट पर बसपा का विधायक रह चुका है।
भाजपा-कांग्रेस में चल रहा मंथन
जिले के दो प्रमुख दल भाजपा व कांग्रेस में प्रत्याशी चयन को लेकर मंथन जारी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने जहां कुछ दिन पहले ही रीवा में घोषणा की थी कि अब टिकट के लिए उम्र का बंधन नहीं है। इस कारण गुढ़ विधायक नागेन्द्र सिंह, त्योंथर के श्यामलाल द्विवेदी, देवतालाब के गिरीश गौतम के लिए संभावनाएं बढ़ गई हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी कहा है कि इस बार कई विधायकों के टिकट काटे भी जाएंगे। इस कारण नए दावेदारों की संख्या भी बढ़ी है। कांग्रेस में अभी सर्वे का दौर चल रहा है। हर सीट पर करीब आधा दर्जन से अधिक दावेदार सक्रिय हैं। कांग्रेस का भी कहना है कि चुनाव अधिसूचना जारी होने से पहले कई प्रत्याशी घोषित होंगे। इन दोनों दलों से बसपा एक कदम आगे निकल गई है।