Assembly Election Result 2023 Live: रीवा। विधानसभा चुनाव 2023 के वोटों की गणना 3 दिसंबर रविवार को की गई। जनादेश चौंकाने वाला आया। परिवर्तन की लहर लाड़ली बहना योजना के भंवर में गुम हो गई। भाजपा ने 2018 का इतिहास दोहराया। विंध्य से भाजपा को 26 सीटें मिलीं, जो पिछले चुनाव से दो अधिक हैं। जबकि कांग्रेस को महज चार सीटों पर संतोष करना पड़ा। कांग्रेस पार्टी की पिछले चुनाव की तुलना में भी बुरी हार हुई, जबकि इस बार राजनैतिक पंडित 2013 के परिणामों की पुनर्वापसी का अनुमान लगा रहे थे। हालांकि दो-चार सीटों को छोड़कर हर विधानसभा में भाजपा कांग्रेस की ही सीधी टक्कर रही। इस बार के चुनाव में पटेल वर्ग के दिग्गज नेताओं के किले ढहे, चाहे वह भाजपा के हों या फिर कांग्रेस के भाजपा सरकार में मंत्री रहे रामखेलावन पटेल, सतना क्षेत्र के पटेल वर्ग के नेता व सतना सांसद गणेश सिंह व कांग्रेस सीबीडब्ल्यूसी सदस्य कमलेश्वर पटेल चुनाव हार गए। जबकि पिछले चुनाव हारने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेता राजेंद्र सिंह अमरपाटन व पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल चुनाव जीत गए। पार्टी और नेताओं की यह हार कार्यकर्ताओं के मनोबल को तोड़ने वाली है, क्योंकि कांग्रेसी इस हार को पचा नहीं पा रहे हैं। यह हार उस भाजपा के हाथों हुई है, जिस भाजपा का सफाया करने का दावा किया गया था विंध्य क्षेत्र के मतदाताओं ने कांग्रेस को फिर से वनवास का फैसला सुना दिया है। यहां सीधी लड़ाई में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है।
एक बार बढ़े तो पीछे नहीं हटे, रीवा जिले के पांच प्रत्याशी
रीवा जिले के 8 विधानसभा क्षेत्रों में से पांच विधानसभा रीवा, गुड़, देवतालाब मऊगंज व मनगवां के भाजपा प्रत्याशी पहले राउंड से आगे बढ़े तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखे हर राउंड में जीत दर्ज की। रीवा विस में भाजपा के राजेंद्र शुक्ल कांग्रेस के राजेंद्र शर्मा से, मनगवां में भाजपा के नरेंद्र प्रजापति कांग्रेस की बबिता साकेत से, देवतालाब में भाजपा प्रत्याशी गिरीश गीतम कांग्रेस के पद्मेश गीतम से व मऊगंज में भाजपा के प्रदीप पटेल कांग्रेस के सुर्खेद्र सिंह बन्ना से व गुढ़ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी नागेंद्र सिंह कांग्रेस प्रत्याशी कपिध्वज सिंह से पहले ही चरण में आगे हुए तो लगातार आगे ही रहे अन्य चार ने हर चरण में भारी बढ़त ली, लेकिन नागेंद्र सिंह शनैः शनैः आगे बढ़े 14वें राउंड में तो बहुत करीब का अंतर रहा, लेकिन आखिरी पांच राउंड में बड़ी बढ़त मिली और नागेंद्र सिंह चुनाव जीतने में कामयाब रहे।
रीवा जिले की 8 सीटों में से 7 में भाजपा
पिछले चुनाव में रीवा जिले के सभी 8 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस की हार हुई थी लेकिन इस बार अभय मिश्रा ने कांग्रेस की नाक बचा ली। भाजपा ने 7 विधानसभा क्षेत्रों रीवा, गुढ़, देवतालाब, मऊगंज, त्योंथर, सिरमौर मनगवां में जीत दर्ज की, जबकि सेमरिया विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा ने कड़े संघर्ष के बाद जीत दर्ज की।
इन विधानसभा क्षेत्रों में रहा रोचक मुकाबला
जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों सेमरिया, सिरमौर व त्योंथर तहसील में शुरुआत से आखिर तक परिस्थितियां बदलती रहीं। रोचक मुकाबले में कभी भाजपा प्रत्याशी आगे होते तो कभी कांग्रेस के प्रत्याशी त्योंथर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी रमाशंकर सिंह 9 राउंड तक भाजपा प्रत्याशी सिद्धार्थ तिवारी से आगे रहे, लेकिन 10वें राउंड से पिछड़े तो फिर आगे नहीं हुए। सिरमौर विधानसभा क्षेत्र में पहले चक्र में कांग्रेस के रामगरीब वनवासी आगे हुए, लेकिन वोटों का अंतर कम रहा वह कई राउंड तक आगे रहे। फिर इसके बाद भाजपा आगे हुई फिर बसपा के वीडी पांडेय आगे हो गए। जैसे ही तराई से ऊपर के वोटों की गिनती शुरू हुई तो भाजपा प्रत्याशी दिव्यराज सिंह ने आखिरी राउंड तक तेजी से बढ़त ली। सेमरिया में पहले चक्र में भाजपा प्रत्याशी केपी त्रिपाठी ने बढ़त ली। इसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा ने बढ़त ली और आखिर तक आगे ही रहे। मामला जरूर करीब का रहा। भाजपा प्रत्याशी द्वारा कुछ पोलिंग बूथों के रिकाउंटिंग की भी चर्चा आई, लेकिन आखिरी बाजी अभय मिश्रा के पक्ष में ही गई ।