गुजरात। अरब सागर से उठे भयंकर चक्रवात बिपरजॉय गुरुवार को देर शाम गुजरात तट से टकराने के बाद कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए और जलभराव देखने को मिला हालांकि इसको लेकर सरकार लगातार नजर बनाए हुए थी। एनडीआरएफ समेत कई राहत और बचाव टीमें तेनात की गई थी। चक्रवात से अधिक प्रभावित वाले इलाको से पहले लोगो को निकाल लिया था। जिसके कारण ज्यादा नुकसान की खबर सामने नही आई है।
भारी बारिश से पुल टूटा
चक्रवात बिपरजॉय का असर अभी पुरी तरह टला नही है वही शुक्रवार को भी गुजरात के कई इलाको में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं जिसके चलते कई इलाकों में जलभराव देखने को मिल रहा है।वही भुज में चक्रवात बिपरजॉय का प्रभाव दिखा जहा तेज हवा और भारी बारिश के कारण पुल टूट गया। जबकि कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए हैं।
60 कच्चे मकान टूटे, 24-25 लोग घायल
राहत आयुक्त आलोक पांडे ने गांधीनगर में कहा कि अभी हमें सतर्क रहना होगा। अभी तक करीब 24-25 लोग घायल हुए हैं और एक भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई है। करीब 60 कच्चे मकान टूटे हैं। अभी कच्छ, बनासकांठा, पाटन जिले में अलर्ट जारी किया गया है। सेंट्रल गुजरात के क्षेत्रों में अति भारी बारिश की संभावना है और हवा की गति भी तेज रहेगी।
मौसम विभाग कि चेतावनी
गुजरात IMD वैज्ञानिक मनोरमा मोहंती ने कहा कि चक्रवात की तीव्रता कम हुई है। इसके कारण कच्छ में भारी बारिश हो सकती है। द्वारका, जामनगर, मोरबी में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है। साथ ही कहा कि पोबंदर, राजकोट सहित कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है। पूरे गुजरात में बारिश होने की संभावना है। कल कच्छ, पाटन, महसाना , बनासकांठा में अति भारी बारिश हो सकती है।
ग्रह मंत्री बोले, बीती रात चुनौतीपुर्ण थी
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी, द्वारका में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बीती रात बहुत चुनौतीपूर्ण थी। आज फिर टीम गुजरात उसी साहस के साथ ग्राउंड जीरो पर काम कर रही है। सरकार के प्रो एक्टिव काम के कारण आज सुबह 8 बजे तक किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। कुछ लोग घायल हुए हैं जिनका इलाज चल रहा है। तेज हवाओं के कारण कई जगह पर बिजली के खंभे और पेड़ गिरे जिसे पुलिस, NDRF, SDRF की टीम ने साथ मिलकर तुरंत हटाया।