नई दिल्ली। भारत की पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस की कद्दावर नेता इंदिरा गांधी को बुधवार को उनकी जयंती के अवसर पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं ने नई दिल्ली स्थित उनके स्मारक ‘शक्ति स्थल’ पर पुष्पांजलि अर्पित की। यह अवसर इंदिरा गांधी के साहस, दूरदर्शिता और राष्ट्र निर्माण में उनके ऐतिहासिक योगदान को याद करने का था, जिनके फैसलों ने भारतीय राजनीति और समाज की दिशा बदल दी।
शक्ति स्थल पर श्रद्धा सुमन अर्पित
इंदिरा गांधी की जयंती के अवसर पर सुबह से ही ‘शक्ति स्थल’ पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं का जुटना शुरू हो गया था। पुष्पांजलि कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए:
मल्लिकार्जुन खड़गे: कांग्रेस अध्यक्ष ने इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए उनके साहस और गरीबों के प्रति समर्पण को याद किया। उन्होंने कहा कि इंदिरा जी ने देश को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाने के लिए कई ऐतिहासिक और साहसिक निर्णय लिए।
सोनिया गांधी और राहुल गांधी: पूर्व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने भी ‘शक्ति स्थल’ पर पहुँचकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। राहुल गांधी ने उन्हें देश की ‘आयरन लेडी’ और एक दूरदर्शी नेता के रूप में याद किया।
अन्य नेता: पार्टी के वरिष्ठ नेता, महासचिव और विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि भी इस मौके पर मौजूद थे और उन्होंने इंदिरा गांधी को उनके असाधारण नेतृत्व के लिए याद किया।
ऐतिहासिक योगदान: ‘आयरन लेडी’ का प्रभाव
इंदिरा गांधी का भारतीय राजनीति में योगदान अद्वितीय रहा है। 1966 से 1977 और 1980 से 1984 तक देश की प्रधानमंत्री रहीं इंदिरा गांधी ने कई ऐसे निर्णय लिए, जिन्होंने भारत की भू-राजनीतिक और आर्थिक स्थिति को स्थायी रूप से बदल दिया।
बैंकों का राष्ट्रीयकरण (1969): यह उनका सबसे साहसिक आर्थिक कदम था, जिसने बैंकों तक गरीबों और किसानों की पहुँच सुनिश्चित की और देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी।
1971 का युद्ध और बांग्लादेश का निर्माण: उनके मजबूत नेतृत्व के कारण ही भारत ने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को निर्णायक शिकस्त दी और बांग्लादेश का निर्माण हुआ। इस घटना ने उन्हें वैश्विक मंच पर एक मजबूत नेता के रूप में स्थापित किया।
हरित क्रांति (Green Revolution): उनके कार्यकाल में ही हरित क्रांति को गति मिली, जिसने भारत को खाद्य सुरक्षा के मामले में आत्मनिर्भर बनाया।
परमाणु शक्ति: 1974 में भारत के पहले परमाणु परीक्षण (स्माइलिंग बुद्धा) ने उन्हें एक ऐसी नेता के रूप में स्थापित किया, जो राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिए बड़े और साहसी निर्णय लेने से नहीं चूकती थीं।
उनके इन फैसलों के कारण ही उन्हें देश की ‘आयरन लेडी’ के रूप में जाना जाता है।
कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर किया याद
कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स पर भी इंदिरा गांधी को याद किया। पार्टी ने उनके कार्यकाल की उपलब्धियों और उनके प्रसिद्ध उद्धरणों को साझा किया। कांग्रेस ने उन्हें एक ऐसी नेता के रूप में प्रस्तुत किया जिसने गरीबी हटाओ के नारे के साथ देश के सबसे कमजोर वर्गों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए अथक प्रयास किए।
इस अवसर पर, देश भर में कांग्रेस इकाइयों ने विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए, जिनमें जरूरतमंदों के बीच फल वितरण, रक्तदान शिविर और गोष्ठियाँ शामिल थीं, ताकि उनकी विरासत और विचारों को आगे बढ़ाया जा सके। इंदिरा गांधी आज भी भारतीय राजनीति में एक शक्तिशाली और प्रेरणादायक व्यक्तित्व के रूप में याद की जाती हैं।
