जबलपुर। मंडला के पड़ाव स्थित यूनियन बैंक शाखा के तत्कालीन शाखा प्रबंधक अमित जैन व ग्रामीण विस्तार अधिकारी अखिलेश मरावी के खिलाफ ईओडब्ल्यू जबलपुर इकाई द्वारा मामला दर्ज किया गया है। वर्ष 2018 में किसानों के केसीसी लोन खातों में फर्जीवाड़ा किए जाने की शिकायत की जाँच उपरांत ईओडब्ल्यू द्वारा धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस संबंध में ईओडब्ल्यू एसपी आरडी भारद्वाज ने बताया कि वर्ष 2018 में यूनियन बैंक की पड़ाव शाखा में कुल 201 केसीसी खाते खोले गये थे। इनमें से 6 हितग्राहियों के खाते में लोन की राशि आने के बाद राशि आंशिक व पूर्ण रूप से ओम रिकवरी एजेंसी के खातों में ट्रांसफर कर दी गयी थी। इन खातादारों में सुबल सिंह के खाते में आए 1 लाख 90 हजार में से 90 हजार, बैसाखिन बाई के खाते में आई 3 लाख 90 हजार की राशि में से 3 लाख 60 हजार, गोविंद तेकाम के खाते में आए 2 लाख रुपये में से 1 लाख 60 हजार रुपये ओम रिकवरी एजेंसी के खाते में ट्रांसफर किए गये थे।
वहीं वर्ष 2019 में अनूप सिंह के खाते में आए 5 लाख 50 हजार की राशि में से 5 लाख 34 हजार किसी अन्य खाते में जमा कराए गये। इसके बाद यह राशि फिर उसके खाते में पहुँची, लेकिन जब अनूप सिंह ने खाते से 4 लाख रुपये आहरित किए तो उसे डेढ़ लाख नहीं मिल सके। शिकायत की जाँच में यह तथ्य उजागर हुए कि किसानों के खातों की राशि को तत्कालीन शाखा प्रबंधक जैन और ग्रामीण विस्तार अधिकारी मरावी ने खुद के हस्ताक्षर से ट्रांसफर कर उसका उपयोग अपने हित में किया।