रीवा। चुनावी साल को देखते हुए भाजपा अब चुनाव प्रचार प्रसार के लिए हर दाव अपना रही है। इसमें एक नया क्रम स्वास्थ्य भी जुड़ गया है। भाजपा अब ग्रामीण स्वास्थ्य के सहारे घर-घर तक पहुंचेगी है। इससे लिए अब नया स्वरूप बीमारी मुक्त ग्रामीण भारत को लेकर भाजपा एनजीओ के माध्यम से आई है। इसके लिए श्याम शाह मेडिकल कालेज (संजय गांधी चिकित्सालय) से अनुबंध कर स्वास्थ्य के माध्यम से स्वंय सेवी संस्था के साथ मिलकर काम करेगी। इसका पूरा भुगतान भी सीएसआर मद से किया जाएगा।
अब संजय गांधी स्मृति चिकित्कसालय से मिलकर स्वंयसेवी संस्था घर-घर जाकर लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेगी। यह जानकारी विधायक राजेन्द्र शुक्ला एवं मधुरिमा सेवा संस्कार फाउंडेशन के प्रमुख डॉ. स्वपना वर्मा ने दी। स्वास्थ्य सेवा को लेकर यह अस्पताल प्रबंधन और स्वंयसेवी संगठन का अनुबंध यह बताता है कि बात है कि ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन को लेकर ग्रांवों में काम कर रही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा और ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन से जुड़ी महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता की व्यवस्था डमा-डोल है। यही कारण है कि अब ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए बीमारी मुक्त ग्रामीण भारत बनाने के लिए मधुरिमा सेवा संस्कार फाउंडेशन से संजय गांधी चिकित्सालय से अनुबंध किया है।
बता दें कि यह फाउंडेशन एक गैर लाभकारी और पंजीकृत गैरसरकारी संस्था है। इस संस्था का मुख्य लक्ष्य बीमारी मुक्त ग्रामीण भारत और स्वस्थ ग्रामीण भारत से समृद्ध भारत की कल्पना को लेकर काम कर रही है। यह संस्था अपने स्वास्थ्य मिशन के साथ लगातार कई जगह भाजपा और सरकार की योजनाओं को लेकर भी प्रचार-प्रसार करते नजर आ रही हैै। इस तरह के प्रचार-प्रसार से स्वंय सेवी संगठन को कई पोस्ट भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहे है।
दरअसल ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सरकार अभी तक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो में चिकित्सक उपलब्ध नहीं करा पाई है। यहां तक कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में विषेशज्ञ नहीं है। वहीं बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नहीं होने के कारण पूरा दरोमदार संजय गांधी एंव जिला चिकित्सालय पर है। अपनी इस विफलता को छिपाने के लिए सरकार अब स्वंय सेवी संस्था का सहारा लेकर गांव-गांव जाएगी। इसके लिए वह गांवो में शिविर लगाएगी और वहां बीमार व्यक्तियों को लाकर संजय गांधी चिकित्सालय में इलाज कराएंगी। यह अलग बात है कि सरकार का यह अस्पताल बुखार और सामान्य आपरेशन के लायक नहीं है।
गत दिनों सिविल लाइन थाना प्रभारी पर प्राणघातक हमले के दौरान इलाज और कुछ माह पहले विधानसभा अध्यक्ष के बुखार से पीड़ित होने स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खुल गई थी। यहां इलाज संभव नहीं होने पर विधानसभा अध्यक्ष को हवाई जहाज से भोपाल भेजा गया। वहीं टीआई का इलाज के निजी चिकित्सालय में कराकर भोपाल से विषेशज्ञ बुलाए गए थे।