Rewa News: लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही राजनीति के मैदान में अगर कहीं सबसे ज्यादा भगदड़ मची हुई है तो वह सबसे पुरानी व अपना एक अलग इतिहास रखने वाली अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी है। हालांकि इस भगदड़ में बहुजन समाज पार्टी भी अछूती नहीं है।
कुछ दिन पहले ही सतना में एक पूर्व सांसद, पूर्व विधायक सहित आधा सैकड़ा कांग्रेस व बसपा नेताओं ने सदस्यता लेकर राजनैतिक खेमों में भूचाल ला दिया है। अब यही आंधी रीवा संसदीय क्षेत्र में भी मंडराती हुई नजर आ रही है जिसमें रीवा के अलावा सेमरिया, त्योंथर, सिरमौर क्षेत्र के दिग्गज कांग्रेसी नेता किसी भी वक्त भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं।
सूत्रों से जो जानकारी सामने आ रही है उसमें शनिवार को शहर के सायाजी होटल में आधा दर्जन कांग्रेस नेताओं ने मीटिंग कर भाजपा में जाने की तैयारी कर ली है। माना यह जा रहा है कि रविवार की देर रात वह भाजपा की सदस्यता ले सकते हैं। रविवार को पूरे दिन इस बात की चर्चा तेजी से चलती रही कि जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सहित आधा दर्जन कांग्रेस नेता भाजपा की सदस्यता ले रहे हैं।
हालांकि इसकी पुष्टि अभी नहीं हो पाई है परंतु माना यह जा रहा है कि त्रियुगी नारायण शुक्ल भगत, दिवाकर द्विवेदी, सत्यनारायण चतुर्वेदी, रमाशंकर मिश्रा, गिरिजेश पाण्डेय, प्रदीप सोहगौरा सहित कुछ अन्य कांग्रेस नेता जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
टिकट की घोषणा के बाद पाला बदलने किया विचार
विंध्य में कांग्रेस पार्टी द्वारा सतना, सीधी एवं शहडोल में प्रत्याशी की घोषणा कर दी गई थी। रीवा को होल्ड पर रखा गया था। शनिवार को जैसे ही नीलम अभय मिश्रा को पार्टी ने लोकसभा का प्रत्याशी बनाया ऐन वक्त पर कांग्रेस के कई नेता असंतुष्ट होकर भाजपा में जाने की तैयारी करने लगे। बताया गया है कि सेमरिया से अभय मिश्रा को कांग्रेस ने विधानसभा का टिकट दिया था। लोकसभा में भी पार्टी ने अभय मिश्रा की पत्नी श्रीमती नीलम मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है। ऐसी स्थिति में कई दिग्गज नेताओं ने असंतुष्ट होकर एक बैठक की और पार्टी बदलने का मन बना लिया।
बाबा की सबसे ज्यादा चर्चा
जहां एक तरफ समूचा जिला होली की हुड़दंग में आकंठ तक डूबा हुआ है, तो वहीं दूसरी तरफ राजनीति में भी बौछार जारी है। नगर निगम के महापौर अजय मिश्रा बाबा की भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की चर्चा जोरों पर है। हालांकि अभी तक जो जानकारी निकलकर सामने आई है उसमें यह स्पष्ट नहीं है कि वह भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले सकते हैं। परंतु राजनैतिक जानकारों का यह दावा है कि जबलपुर के महापौर को भाजपा में शामिल होने के बाद अजय मिश्रा बाबा से भी वरिष्ठ भाजपा नेता संपर्क में हैं। यहां पर यह बता दें कि सेमरिया विधानसभा के कांग्रेस नेता लोकसभा टिकट की घोषणा के बाद असंतुष्ट थे। माना यह जा रहा है कि अगर कांग्रेस के ये दिग्गज भाजपा में शामिल होते हैं तो पार्टी को एक और बड़ा झटका लगेगा।