भोपाल। भाजपा ने संकल्प पत्र को मोदी की गारंटी बताते हुए किसानों से 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने का वादा किया था लेकिन 2183 रुपये की दर से उपार्जन किया जा रहा है। यह किसानों के साथ धोखा है। यह बात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने किसान दिवस पर कही, अब सरकार अपना वादा निभाए।
- जीतू पटवारी ने धान के उपार्जन दर पर उठाया सवाल, बोले- सरकार कर रही किसानों के साथ धोखा
पटवारी ने कहा कि खाद, पेट्रोल- डीजल, कीटनाशकों के दाम बढ़ने से खेती की लागत इतनी हो गई है कि समर्थन मूल्य पर फसल खरीद भी घाटे का सौदा हो गई है। कांग्रेस और भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में धान और गेंहू का समर्थन मूल्य नए सिरे से निर्धारित किया था।
भाजपा ने धान 3, 100 और गेंहू का मूल्य प्रति क्विंटल 2,700 रूपये की दर से देने का वादा किया था। सरकार बन चुकी है पर धान का उपार्जन 2,183 रूपये प्रति क्विंटल की दर से ही किया जा रहा है। पटवारी ने सरकार से आग्रह किया कि किसानों से किया वादा निभाए और 3,100 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से धान खरीदा जाए। किसानों से भी उन्होंने कहा कि वे भी सरकार पर दबाव जरूर बनाएं, क्योंकि संकल्प पत्र मोदी की गारंटी है।
भुगतान करने 240 करोड़ 30 लाख 45 हजार की मिली स्वीकृति
रीवा। किसानों को उनकी उपज का अधिकतम मूल्य देने के लिए जिले भर में गोदाम स्तर पर बनाए गए निर्धारित खरीदी केन्द्रों में एक दिसम्बर से धान का उपार्जन किया जा रहा है । धान का उपार्जन सहकारी समितियों द्वारा किया जा रहा है। जिले में अब तक 18248 किसानों से 110079.93 टन धान का उपार्जन किया गया है । इसके लिए किसानों को 240 करोड़ 30 लाख 45 हजार रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। किसानों को शीघ्र ही उनके बैंक खाते में राशि का भुगतान किया जाएगा।
अब तक उपार्जित धान में से 35361 टन का उठाव करके सुरक्षित भण्डारण कराया गया है। अब तक 36334 किसानों ने उपार्जन के लिए स्लॉट बुक किए हैं। उपार्जित धान खरीदी केन्द्रों से मिलिंग के लिए मिलर्स को दी जा रही है। इसके लिए सभी खरीदी केन्द्रों से निकटवर्ती धान मिलों की मैपिंग की गई है। शेष बची हुई धान का गोदामों में सुरक्षित भण्डारण कराया जा रहा है। पंजीकृत किसानों से 19 जनवरी तक समर्थन मूल्य पर धान की खरीद की जाएगी।
महिला स्व सहायता समूहों को मिली जिम्मेदारी
समय पर उपार्जित धान की खरीदी व उठाव हो सके इसके लिए नागरिक आपूर्ति निगम ने महिला स्व सहायता समूहों को भी खरीदी की जवाबदेही सौंपी है। जिले में लगभग 17 समूहों को उपार्जित धान की खरीदी करने के निर्देश शासन स्तर से जारी किए हैं।
जिसमें सिरमौर अमित स्व सहायता समूह बेलवा सुरसरी सिंह, शुक्ला वेयर हाउस उमरी, आदर्श स्व सहायता समूह बदरांव, ओम सांई वेयर हाउस उमरी, जय भोले स्व सहायता समूह डेल्ही एवं जनता स्व सहायता समूह को शामिल किया गया है।
वहीं सेमरिया में अंकुर स्व सहायता समूह झलवार एवं रागिनी स्व सहायता समूह मऊ, जवा में बजरंग बली स्व सहायता समूह जोन्हा, भैरव बाबा स्व सहायता समूह गंज, लक्ष्मीबाई स्व सहायता समूह जोन्हा, अंबिका स्व सहायता समूह भुनगांव, सुखमंती स्व सहायता समूह कोनी तथा त्योंथर में महादेव स्व सहायता समूह चंदेला, विनायक स्व सहायता समूह कोनिया कला, मनगवां में सरस्वती स्व सहायता समूह पथरहा, जय रोशनी स्व सहायता समूह पथरहा, गुढ़ में जय मां शारदा स्व सहायता समूह सुपिया एवं रायपुर कर्चुलियान में कृष्णा स्व सहायता समूह पड़रा को धान खरीदी की जवाबदारी दी गई है।
आदेश में कहा गया है कि किसानों से 2183 रुपए प्रति क्विंटल प्रतिदिन धान की खरीदी की जाएगी।