रीवा: आगामी 07 मार्च से शुरू होने वाले विधान सभा के बजट सत्र में विधायकों द्वारा कई तरह के सवाल पूछे जा रहे वही मनगवां विधायक पंचूलाल प्रजापति ने अपनी ही सरकार द्वारा आवंटिंत की गई समदरिया विल्डर्स की जमीन को लेकर सवाल खडे किये है।
उनके द्वारा तीन विन्दुओं मे नगर पालिक निगम रीवा से जानकारी मागी गई है मनगवां विधायक द्वारा मांगी गई जानकारी के बाद नगर निगम अधिकारियों के हाॅथ- पाॅव फूल गई है , सूत्रों से मिली जानकारी के मुताविक नगर निगम् के अधिकारियों ने जबाब बनाकर भेज दिया है।
सस्ती जमीनों के आवंटन पर सवाल
श्री प्रजापति ने अपने प्रश्नांश ( क ) ( ख ) में इस संदर्भ में जानकारी चाही है कि रीवा शहर की अमूल्य जमीनें सस्ते दर पर आवंटित की गई हैं . प्रशासन की आवंटन नीति पर मनगवां विधायक ने सवाल उठाते हुए सरकार को ही घेरने का प्रयास किया है . गौरतलब है कि विगत 18 वर्षों से राज्य में भाजपा की सरकार है और इन्हीं के कार्यकाल में रीवा शहर की बेशकीमती जमीनें समदड़िया बिल्डर्स को आवंटित की गई हैं . सवाल में यह भी पूछा गया है कि आवंटित भूमि अनुबंधित एरिया से कई गुना अधिक में अवैध कब्जा कर भवन व दुकान का निर्माण कराया गया है व दुकान विक्रेताओं को मनमाने रेट में दिया जाता है . इसकी जांच उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर कराई जाएगी ताकि सही जानकारी मिल सके।
प्रश्न क्रमांक -2 में मांगी निर्माण की जानकारी
वहीं प्रश्न क्रमांक -2 में पूछा गया है कि समदड़िया ग्रुप को जितनी भूमि आवंटित की गई है समस्त भूमियों पर क्या निर्माण कार्य करा लिया गया है कि नहीं . अगर करा लिया गया है तो कितने वर्गफिट में कितने मंजिल का भवन व दुकान की लम्बाई , चौड़ाई व दुकान को बिक्री करने का किस रेट वर्गफिट के हिसाब से विक्रेताओं को किस अनुबंध पत्र के आधार पर स्वीकृत की गई है . इतना ही नहीं श्री प्रजापति ने यह भी पूछा है कि कितने मंजिल में रिहायशी मकान व अन्य व्यवस्था के लिए आवंटित किया है . उक्त जानकारी समस्त दस्तावेजों के साथ उनके द्वारा सदन में पूछी गई है।
निगम ने दे दी सफाई
अगले सप्ताह से शुरू होने जा रही विधानसभा के पहले तारांकित प्रश्नों की श्रृंखला में मनगवां विधायक द्वारा पूछे गए सवाल पर नगर निगम ने इसे अपने कार्य क्षेत्र से संबंधित न होने का हवाला दिया है . हालांकि विधायक श्री प्रजापति द्वारा पूछे गए इन सवालों के बाद पूरे मामले में पेंच जरूर फंस गया है।