नई दिल्ली: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और चुनाव आयोग के बीच गंभीर विवाद छिड़ गया है। कांग्रेस नेता ने चुनाव आयोग पर भाजपा के साथ मिलकर “वोट चोरी” करने का आरोप लगाया है और दावा किया है कि उनके पास इसके “पुख्ता सबूत” हैं।
राहुल गांधी के गंभीर आरोप
गुरुवार को एक विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने प्रेजेंटेशन के जरिए दावा किया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारी धांधली हुई है। उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र में 40 लाख वोट रहस्यमयी तरीके से जोड़े गए हैं। लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच सिर्फ पांच महीने में यह कैसे संभव है?”
राहुल गांधी ने पांच प्रकार की वोट चोरी का आरोप लगाया:
- डुप्लीकेट वोटर्स: 11,965 मतदाता
- फर्जी और अमान्य पते: 40,009 मतदाता
- एक ही पते पर बल्क वोटर्स: 10,452 मतदाता
- अमान्य फोटो: 4,132 मतदाता
- फॉर्म 6 का दुरुपयोग: 30,000 मतदाता
Vote Chori सिर्फ़ एक चुनावी घोटाला नहीं, ये संविधान और लोकतंत्र के साथ किया गया बड़ा धोखा है।
देश के गुनहगार सुन लें – वक़्त बदलेगा, सज़ा ज़रूर मिलेगी। pic.twitter.com/tR7wh589fN
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 8, 2025
कर्नाटक में भी गड़बड़ी का दावा
कांग्रेस नेता ने बेंगलुरु सेंट्रल की महादेवपुरा विधानसभा सीट का उदाहरण देते हुए कहा कि 6.5 लाख मतदाताओं में से 1 लाख वोट फर्जी थे। उन्होंने बताया कि एक ही व्यक्ति आदित्य श्रीवास्तव के नाम से महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश के लखनऊ और बेंगलुरु में चार अलग-अलग जगहों पर वोट बना हुआ था।
‘एटम बम’ की धमकी
राहुल गांधी ने कहा, “हमारे पास जो मिला है वो एटम बम है। जब यह फटेगा तो चुनाव आयोग कहीं नजर नहीं आएगा। चुनाव आयोग में ऊपर से नीचे तक जो भी इस काम में शामिल है, हम आपको नहीं छोड़ेंगे।”
हमने कर्नाटक की एक विधानसभा महादेवापुरा क्षेत्र की जांच की और पाया कि यहां 1,00,250 वोटों की चोरी की गई। पांच तरीकों से ये फर्जी वोट लिस्ट में जोड़े गए।
▪️11,965 डुप्लीकेट वोटर बनाए गए
▪️40,009 फर्जी पतों का इस्तेमाल हुआ
▪️10,452 वोटर बड़ी संख्या में एक ही पते पर रजिस्टर किए… pic.twitter.com/GZPA04cDd9— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 7, 2025
चुनाव आयोग का कड़ा जवाब
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को “निराधार” और “गैर-जिम्मेदाराना” करार दिया। आयोग ने कहा कि उन्हें 12 जून 2025 को ईमेल और पत्र भेजे गए थे, लेकिन राहुल गांधी न तो पेश हुए और न ही कोई जवाब दिया। आयोग ने स्पष्ट किया कि राहुल गांधी ने अब तक कभी भी किसी मुद्दे पर चुनाव आयोग को कोई पत्र नहीं भेजा है।
सबूत की मांग
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से हलफनामा देकर अपने दावों के सबूत पेश करने को कहा है। इस पर राहुल गांधी ने कहा, “मैं एक राजनेता हूं, मैं लोगों से जो कहता हूं, वही मेरा वचन है। इसे शपथ के तौर पर लें।”
यह विवाद भारतीय लोकतंत्र की मजबूती के लिए एक गंभीर चुनौती बन गया है। राहुल गांधी के आरोपों की निष्पक्ष जांच और चुनाव आयोग की पारदर्शिता जरूरी है ताकि जनता का चुनावी व्यवस्था पर से विश्वास बना रहे।