रीवा: जलजीवन मिशन के तहत शुरू किए गए कार्यों में लेटलतीफी के चलते अधिकांश हिस्सों में कार्य ठप होने की स्थिति में हैं। त्योंथर क्षेत्र में चल रही टमस समूह जल प्रदाय योजना को दिए गए टारगेट के अनुसार कार्य नहीं होने से अतिरिक्त मुख्य सचिव के निर्देश पर विभाग ने ठेका कंपनी का भुगतान रोक दिया है। यह काम हैदराबाद की एनसीसी कंपनी कर रही है। जल जीवन मिशन के अधिकारियों के लगातार नोटिस और निर्देश के बावजूद काम में गति नहीं आई।
- त्योंथर विधायक ने दर्ज कराई थी आपत्ति
कुछ समय पहले ही त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने विभाग के प्रमुख अधिकारियों से आपत्ति दर्ज कराई थी। इस पर संभागीय समीक्षा बैठक में भी मुद्दा उठा था, जिसके बाद से शासन के स्तर पर सक्रियता बढ़ी और ठेका कंपनी का भुगतान रोक दिया गया है। अभी काम की धीमी गति होने से कंपनी का 5.80 लाख रुपए रोका गया है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि अगर काम की गति नहीं बढ़ी तो आगे भी भुगतान रोके जाएंगे। मेसर्स एनसीसी हैदराबाद के प्रतिनिधियों ने पहले समय मांगा था लेकिन तब भी काम की गति नहीं बढ़ पाई है। इस मल्टी मिशन वाली स्कीम के कार्यों को लेकर विभागीय स्तर पर भी उदासीनता बरती जा रही है। इसकी वजह यह बताई जा रही है कि ठेका कंपनी का पहले भी समय पर भुगतान नहीं हुआ था।
पीएचई विभाग ने हैदराबाद की ठेका कंपनी को समय पर काम पूरा करने का दिया अल्टिमेटम
ऐसी है योजना
- टमस समूह योजना में 675 गांव शामिल हैं। जिसमें रीवा जिले में जवा ब्लाक में 253, त्योंथर में 288, गंगेव में 66 और मऊगंज जिले में नईगढ़ी के 68 गांव शामिल हैं।
- योजना में कार्य 9 मार्च 2023 को शुरू हुआ था। इसे दो साल में पूरा करना था, लेकिन एक साल का एक्सटेंशन देते हुए सात मार्च 2026 तक निर्धारित किया गया है।
- कार्य की स्वीकृति लागत 951.18 करोड़ रुपए है, जबकि अनुबंध ठेका कंपनी के साथ 829.97 करोड़ रुपए में हुआ है।
7 मार्च तक काम पूरा करने का टारगेट
योजना की शुरुआत 9 मार्च 2023 को हुई थी। अनुबंध के तहत दो साल में योजना का काम पूरा करना था लेकिन एक साल का समय और बढ़ाया गया है। अधिकांश कार्य अब तक अधूरे हैं। हाल ही में विभाग ने कराए गए सत्यापन में 72.46 फीसदी काम पूरा होने की बात कही है। इंटकवेल में 15.11 मीटर में सिंकिंग का काम हुआ है। ग्राउंड लेवल से पंप फ्लोर लेवल तक काम पूरा हुआ है। पंप हाउस का कार्य अभी चल रहा है।
गुढ़ में योजना की गुणवत्ता पर सवाल
एकल नलजल योजना का कार्य गुढ़ क्षेत्र में भी सवालों में है। यहां के विधायक नागेंद्र सिंह ने अपर मुख्य सचिव से शिकायत की थी, अब विभाग ने जवाब पेश किया है। इसमें कहा है कि गुढ़ क्षेत्र में 78 नलजल योजनाएं स्वीकृत हुई हैं, जिसमें 56 का कार्य पूरा हो चुका है। 22 योजनाओं में गांवों का बड़ा हिस्सा छोड़ा गया था. उस पर पुनरीक्षित स्वीकृति दी गई है। आगामी दिसंबर महीने तक 16 योजनाओं का कार्य पूरा करना है और मार्च 2026 तक बाकी छह योजनाओं के काम पूरे होने का दावा किया है। एकल नलजल योजना में पहले भी बड़ा भ्रष्टाचार सामने आ चुका है, इसलिए शुरुआती दौर से ही यह योजना सवालों के घेरे में है।
समय पर काम पूरा करने के निर्देश
कलेक्टर प्रतिभा पाल ने जलजीवन मिशन के समूह और एकल योजनाओं का कार्य समय पर पूरा करने का निर्देश दिया है। विभाग के अधिकारियों से इस सप्ताह कार्य की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है।
जल शोधन संयंत्र का काम 57 प्रतिशत
जल शोधन संयंत्र की भौतिक प्रगति अब तक 57.97 प्रतिशत है। बाकी काम में अभी कई महीने का समय लगेगा। इसलिए निर्धारित अवधि तक यह कार्य पूरा नहीं हो पाएगा। ठेका कंपनी का दावा है कि 2686 किलोमीटर की पाइपलाइन खरीदी जा चुकी है और 1727 किलोमीटर बिछाई भी जा चुकी है। कुछ दिन पहले हुई समीक्षा में कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि बरसात की वजह से पाइपलाइन बिछाने का काम ठीक से नहीं हो पा रहा है।