इंटेलीस्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (MD&CEO) अनिल रावल ने बताया कि ऐसे मीटर लगाने की प्रक्रिया चल रही है। अभी 4.79 करोड़ स्मार्ट मीटर की खरीद के लिए निविदा की प्रक्रिया विभिन्न चरणों में है। यह निविदा उत्तर प्रदेश, असम, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र समेत विभिन्न राज्यों के लिए है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने साल 2023 तक 10 करोड़ और 2025 तक 25 करोड़ स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रखा है।
Smar Meter 40 Lakh
- रावल के अनुसार, अबतक देश में ईईएसएल की परियोजना के तहत करीब 25 लाख स्मार्ट मीटर लगाये जा चुके हैं। वैसे अबतक विभिन्न माध्यमों से कुल 40 लाख स्मार्ट मीटर लगाये जा चुके हैं।
- जिन राज्यों में स्मार्ट मीटर निविदा प्रक्रिया के विभिन्न चरणों में हैं, वे हैं…असम (26.2 लाख), जम्मू-कश्मीर (6.2 लाख), महाराष्ट्र (10 लाख), बिहार (1.5 करोड), उत्तर प्रदेश (2.67 करोड़) और अन्य राज्य (20 लाख)।
Government Start Program
- देश भर के बिजली ग्राहकों के यहां जल्द से जल्द स्मार्ट मीटर लग जाए, इसके लिए केंद्र सरकार स्मार्ट मीटर नेशनल प्रोग्राम (एसएमएनपी) शुरू किया है।
- इसे लागू करने की जिम्मेदारी टेलीस्टमार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी को मिला है। यह केंद्रीय बिजली मंत्रालय की अगुवाई में काम करने वाली कंपनी एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL) और नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट फंड (NIIF) का ज्वाइंट वेंचर है।
Electricity theft will stop
- रावल का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगने से बिजली की चोरी रूक जाएगी। इस समय बिजली वितरण कंपनियों का कंज्यूमर के यहां चोरी होने की वजह से करीब 11 फीसदी का घाटा है।
- स्मार्ट मीटर की सहायता से इस पर लगाम लग जाएगी। उनके मुताबिक, इससे बिजली बिल की वसूली भी बेहतर होगी। साथ ही, खपत आंकड़ों के सटीक विश्लेषण से वितरण कंपनियों की वित्तीय स्थिति भी सुधरेगी।
What different from other Meter??
- आम लोगों के बीच इस तरह की धारणा फैली है कि स्मार्ट मीटर तेज चलते हैं। जब अनिल रावल से यह सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस धारणा को मिथ्या बताया।
- उनका कहना है कि देश के कई प्रतिष्ठित लैब में स्मार्ट मीटर को लेकर कई परीक्षण हुए। सब जगह एक ही परिणाम आया कि स्मार्ट मीटर में खपत का रिकार्ड उतना ही आया, जितनी बिजली की खपत हुई।
- दरअसल, जिनके यहां मीटर नहीं लगे हुए या पुराने मीटर लगे हुए हैं, उनमें लाइनमैन या मीटर रीडर की सहायता से गड़बड़ी आसान है। लेकिन स्मार्टमीटर में इनकी कोई भूमिका नहीं होती है। इसलिए कुछ लोग इस मीटर के बारे में भ्रांति फैला रहे हैं।