विंध्य भास्कर डेस्क। प्रदेश के महाकाल की नगरी में इस बार सावन के महीने में महाकाल के दर्शन आम भक्त बनकर ही दर्शन मिल सकेंगे। पूरे सावन महीने में महाकाल मंदिर में वीआईपी दर्शन प्रतिबंधित रहेगा। इतना ही इस दौरान किसी को मंदिर के गृभग्रह में प्रवेश नहीं मिलेगा। इस दौरान महाकाल अभिषेक के लिए कटने वाली पंद्रह सौ रूपए की रसीद भी नहीं कटेगी। सिर्फ आम भक्तों की तरह मंदिर के अन्य गेट से भक्तों को प्रवेश नहीं मिलेगा।यह प्रतिबंधत 11सितम्बर तक लागू रहेगा ।
बता दें कि इस बार 4 जुलाई से सावन लग रहा है। सावन के महीने में को प्रसन्न करने लोग भक्ती में डूबे रहते है। इस बार सावन में पुरूषोत्तम मास के कारण दो महीने तक शिव की अराधना करने का समय मिलेगा। ऐसे में भगवान के शिव के मंदिरों में काफी बढ़ी संख्या में भक्त पहुंचते है। इसी को देखते ज्योर्तिलिंग महाकाल उज्जैन में भक्तों की भीड़ को देखते मंदिर प्रबंधन ने निर्णय लिया है कि सावन महीने के 70 दिनों में महाकाल में वीआईपी दर्शन प्रतिबंधित रहेगा। भक्तों को आम बनाकर महाकाल के दर्शन करने होगें। इस दौरान किसी को मंदिर के गृभग्रह में प्रवेश नहीं मिलेगा। साथ ही जलाभिषेक भीप्रतिबंधित रहेगा। बता दें कि महाकाल मंदिर में वीआईपी दर्शन और जलाभिषेक के लिए कीमत निर्धारित है। इसमें जलाअभिषेक करने के लिए पंद्रह सौ रूपए और वीआईपी दर्शन के लिए दौ सौ रूपए प्रतिव्यक्ति अदा करना होता है। लेकिन चुनावी साल को देखते हुए इस साल महाकाल मंदिर प्रबंधन ने यह निर्णय लिया है।
400 रूपए किलो मिलेगा लडृडू
सावन महीने में महाकाल मंदिर परिसर में मिलने वाला प्रसाद भी अछूता नहीं रहा है। मंदिर प्रशासन ने अब महाकाल में मिलने वाले लडृडू की कीमत बढ़ा दी। अब सावन महीने में 400 रूपए किलो लडृडू मिलेगा। जबकि इसके पहले इनकी कीमत 360 रूपए थी। इस तरह महंगाई को देखते हुए 40 रूपए किलो की वृद्धि हुई हैै।