भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून आने के बाद से ही लगातार बारिश हो रही है। वही अब प्रदेश के कुछ भागो में ही हल्की फुल्की बारिश देखी जा रही है। जिसके साथ ही प्रदेश में बारिश का सिलसिला थम गया है। लेकिन 4 जुलाई से फिर प्रदेश में नया सिस्टम एक्टिव होने जा रहा है जिसके बाद प्रदेश में फिर तेज बारिश के आसार है। जबकि वही जून में सामान्य से 13% ज्यादा बारिश हुई है। जून में सामान्य तौर पर 5.5 इंच बारिश होनी चाहिए थी जबकि 6.2 इंच हुई।
नया सिस्टम हो रहा एक्टिव
प्रदेश मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में फिर नया सिस्टम संक्रिय होने वाला है जिसके बाद प्रदेश में अच्छी बारिश हो सकती है। वही फिलहाल को भी सिस्टम संक्रिय नही है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि नया सिस्टम बनने से 4 जुलाई को एक नया सिस्टम संक्रिय हो रहा है। पांच जुलाई को मानसून के प्रभाव से वर्षा की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में बने चक्रवात के आगे बढ़ने पर पांच जुलाई से प्रदेश में एक बार फिर वर्षा का नया दौर शुरू हो सकता है वही तीन जुलाई को भी हवाओं के साथ तेज वर्षा की संभावना जताई गई है।
जून माह में बारिश
दरसअल बतादें कि प्रदेश में जून माह में नरसिंहपुर, निवाड़ी, मुरैना, भिंड, जबलपुर, सागर, सिवनी, उमरिया, गुना, ग्वालियर, इंदौर, नीमच, विदिशा समेत प्रदेश के 29 जिले ऐसे हैं, जहां अब तक सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। जबकि वही बैतूल, धार, खंडवा, खरगोन, मंदसौर, नर्मदापुरम, बड़वानी, उज्जैन, बालाघाट, रीवा, सिंगरौली, टीकमगढ़, आगर-मालवा, अशोकनगर, समेत 23 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। जबकि वही जून में सामान्य से 13% ज्यादा बारिश हुई है। जून में सामान्य तौर पर 5.5 इंच बारिश होनी चाहिए थी जबकि 6.2 इंच हुई।
इन संभागो में बारिश
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से राजस्थान तक ट्रफ लाइन सक्रिय है साथ ही उत्तर प्रदेश में भी चक्रवाती घेरा बना हुआ है। जिसका प्रभाव आज भी प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है जबकि वही विंध्य के रीवा, सतना, पन्ना जिले में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ भारी बारिश होने की संभावना है।