रीवा। प्रदेश के 53वां जिला रविवार को आस्तित्व में आ गया है। मऊगंज जिला बनने के साथ ही सरकार ने नियुक्त कलेक्टर सोनिया मीणा को पांच घंटे में हटा कर संसोधन आदेश जारी किया है। अब भोपाल में अपर आयुक्त आदिवासी विकास अजय श्रीवास्तव को अब मऊगंज का नया कलेक्टर बनाया है। इससे पहले संचालक आदिवासी विकास में पदस्थ सोनिया मीणा का आदेश जारी किया गया था। 5 घंटे के अंदर आदेश बदलने पर सरकार की मंशा पर सवाल उठ रहें है।
वहीं 2013 बैंच की आईएएस अधिकारी सोनिया मीणा हटाने को लेकर उनकी पांच जो बड़े कारण सामने आ रहे है। इनमें सबसे पहला उनका खनिज माफिया को लेकर कड़ा रूख है। बताया जा रहा है कि अनूपपुर में कलेक्टर का पदभार ग्रहण करने बाद उन्होंने खनिज माफिया के पीछे अभियान छेड़ दिया है। इसे लेकर उन्होंने प्रदेश सरकार के मंत्री के निशाने पर आ गई। वहीं उनका तेज तर्राट रवैया भी दूसरा बड़ा कारण माना जा रहा है। इसके बाद तीसरा कारण उनका महिला अधिकारी भी माना जा रहा है। दरअसल मऊंगज में जिला बनने के बाद अभी वह कोई व्यवस्था भी नहीं है। वहीं राजनेताओं को लेकर भी सोनिया मीणा का रैवाया बेहतर नहीं है ऐसे में सरकार नए जिला और चुनावी साल में कोई विवाद नहीं चाहती है यहीं कारण है कि सरकार ने पांच घंटे में कलेक्टर का स्थानांतरण कर दिया।
मऊंगज में जमकर अवैध उत्खनन
बता दें कि मऊगंज जिले में इन दिनों जमकर उत्खनन पत्थर पटिृया और स्टोन क्रेसर संचालित हो रहे है। इस अवैध उत्खनन को कही न कही स्थानीय राजनेताओं को संरक्षण प्राप्त हैै। ऐसे में नए कलेक्टर का खनिज माफिया को लेकर चर्चित एक्षन एक बड़ी वजह रही है। यही कारण है कि सरकार ने कलेक्टर को हटा दिया है।