विंध्य भास्कर डेस्क। देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के गुरूवार को समाप्त हो गए है। पांच राज्यों को चुनाव समाप्त होने के साथ डीजल एवं पेट्रोल की कीमतें सरकार बढ़ सकते है। इसकी वजह है अंतर्राष्ट्रीय स्तर में कच्चे तेल की बढ़ती है। गुरुवार के दिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगातार दूसरे दिन कच्चे तेल के दाम में बढोतरी दर्ज की गई है। इससे पहले अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में लगातार हल्की गिरावट दर्ज की जा रही थी। आज अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल जिसमें क्रूड ऑयल 77.67 डॉलर प्रति बैरल और ब्रेंट क्रूड ऑयल 83.10 प्रति डॉलर बिक रहा है। इन कीमतों को देख हुए सरकार कीमत बढ़ा सकती है।
बता दें कि देश में पांच राज्यों की चुनाव को देखते हुए इन राज्यों में डीजल एवं पेट्रोल के दाम स्थिर है। चुनाव की घोषणा के बाद इन राज्यों में कीमतें नहीं बढ़ी है जबकि यूपी और बिहार से जैसे राज्यों में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने के साथ दाम में बढ़ गए है। ऐसे में माना जा रहा है कच्चे तेल की कीमतों को देखते हुए चुनाव के अंतिम चरण उपरांत दामों में वृद्धि होगी। बता दें कि 2017 के बाद डीजल एवं पेट्रोल की कीमत पूरी तरह सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय बाजार के हवाले कर दिया है। इसके बाद कीमतें में रोजाना कीमतें बदलती है।
चुनाव में स्थिर रही कीमतें
देश में अंतर्राष्ट्रीय स्तर में डीजल एवं पेट्रोल की कीमतें होने के बावजूद चुनाव के दौरान कीमत स्थित रही है। इसके पहले, बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, सहित अन्य राज्यों के चुनाव के दौरान देखने को मिला है। जैसे ही इन राज्यों के चुनाव समाप्त हुए डीजल एवं पेट्रोल की कीमतें बढ़ना प्रांरभ हो गई। जबकि इसके पहले चुनाव में ऐसा नहीं था। इसे लेकर विपक्ष में सवाल उठा रही है।