नई दिल्ली : भारत और पाकिस्तान के बीच डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) स्तर की महत्वपूर्ण बातचीत आज दोपहर 12 बजे शुरू हो गई है। भारत के DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई अपने पाकिस्तानी समकक्ष मेजर जनरल काशिफ अब्दुल्ला के साथ फोन पर चर्चा कर रहे हैं। यह वार्ता 10 मई को दोनों देशों के बीच हुए युद्धविराम समझौते को मजबूत करने के लिए हो रही है, जो ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़े तनाव के बीच लागू हुआ था। वार्ता के बाद दोपहर 2:30 बजे नेशनल मीडिया सेंटर में ऑपरेशन सिंदूर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित होगी, जिसमें थल सेना, वायु सेना और नौसेना के DGMO मीडिया को संबोधित करेंगे।
ऑपरेशन सिंदूर, जो 7 मई को शुरू हुआ, भारत की ओर से पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर किए गए लक्षित हमलों का नाम है। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। भारतीय अधिकारियों के अनुसार, इन हमलों में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिनमें आईसी-814 अपहरण और पुलवामा हमले के षड्यंत्रकारी शामिल थे। भारत ने दावा किया कि हमले सटीक और गैर-उकसावे वाले थे, जिनमें पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों या नागरिकों को निशाना नहीं बनाया गया।
हालांकि, पाकिस्तान ने इन हमलों को “कायरतापूर्ण” करार देते हुए जवाबी कार्रवाई की, जिसमें ड्रोन और मिसाइल हमले शामिल थे। 8-10 मई तक दोनों देशों के बीच सीमा पर गोलीबारी और ड्रोन हमलों ने तनाव बढ़ाया, जिसमें भारत के 5 सैनिक और 18 नागरिक मारे गए, जबकि पाकिस्तान ने 35-40 सैनिकों के हताहत होने की बात कही। 10 मई को अमेरिकी मध्यस्थता से युद्धविराम पर सहमति बनी, लेकिन पाकिस्तान द्वारा उल्लंघन की घटनाएं दर्ज की गईं।
आज की DGMO वार्ता में युद्धविराम को बनाए रखने, सीमा पर शांति स्थापित करने और भविष्य में उल्लंघनों को रोकने पर चर्चा होने की उम्मीद है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, एयर मार्शल एके भारती और वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ऑपरेशन सिंदूर की सफलता, भारतीय सैन्य रणनीति और वर्तमान स्थिति पर जानकारी दे सकते हैं। यह वार्ता और प्रेस कॉन्फ्रेंस क्षेत्रीय शांति के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।