Congress News। कांग्रेस द्वारा लोकसभा चुनाव हेतु शनिवार की देर रात जारी प्रत्याशियों की सूची के बाद रविवार की शाम मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों के लिए प्रभारियों की नियुक्ति भी कर दी गई। हालांकि सूची जारी होते ही विवादित हो गई। सूत्रों के अनुसार लोकसभा प्रभारियों की नियुक्ति में भी कांग्रेस ने अपने तमाम दिग्गजों को उतार दिया है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा लोकसभा चुनाव 2024 के लिये कांग्रेस उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी की गई है।
मध्यप्रदेश की 12 लोकसभा सीटों पर भी कांग्रेस प्रत्याशियों की घोषणा की गई।
सभी प्रत्याशियों को हार्दिक बधाई एवं अग्रिम शुभकामनाएं।
“जय कांग्रेस, विजय कांग्रेस” pic.twitter.com/I0OT1HW5dW
— MP Congress (@INCMP) March 23, 2024
रीवा कांग्रेस प्रत्याशी की ओर से सेमरिया विधायक अभय मिश्र के ऐतराज के बाद हटाया गया मऊगंज के पूर्व विधायक का नाम: सूत्र
इसके साथ ही जातीय समीकरण साधने की ओर भी ध्यान दिया गया है।लोकसभा प्रभारियों की नियुक्ति वाली दोनों ही लिस्ट 24 मार्च को जारी की गई हैं। लेकिन एआईसीसी द्वारा जारी लिस्ट में जारी करने की तारीख 22 मार्च लिखी हुई है जबकि पीसीसी की लिस्ट में 23 मार्च लिखी है।
दरअसल एआईसीसी द्वारा महासचिव और पूर्व सांसद जीतेन्द्र सिंह के हस्ताक्षर से मध्यप्रदेश के लोकसभा प्रभारियों की नियुक्ति की जो सूची जारी की गई उसमें रीवा संसदीय सीट का जिम्मा पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोविन्द सिंह और मऊगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक सुखेन्द्र सिंह बन्ना को दिया गया है।
इस सूची के जारी होने के 10 मिनट बाद ही यह सूची कांग्रेस द्वारा हटा दी गई और प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा सादे कागज में टाइप करके बगैर अधिकृत हस्ताक्षर दूसरी सूची जारी कर दी गई। दूसरी सूची से रीवा लोकसभा प्रभारियों के दो नामों में से सुखेन्द्र सिंह बन्ना का नाम हटा दिया गया।
सूत्रों के मुताबिक लोकसभा प्रभारी के रूप में सुखेन्द्र सिंह बन्ना का नाम सेमरिया विधायक अभय मिश्र को नागवार गुजरा और उन्होंने पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी को सिर्फ गोविन्द सिंह को बताया और लोकसभा प्रभारी रहने देने को कहा।