लगातार चल रहे इंतजार के बाद बीते दिनों मध्यप्रदेश (MP News) में कक्षा 5वीं और 8वीं की परीक्षा का रिजल्ट (MP Board 5th & 8th Result 2023) जारी किया गया। वहीं अब उज्जैन शहर के निजी स्कूलों के रिजल्ट में बड़ी गड़बड़ी होने की खबर आई है। इसी को लेकर बुधवार को बड़ी संख्या में अभिभावकों ने अपने छात्रों के लिए न्याय की मांग की है। छात्रों के अभिभावकों ने जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा के पास पहुंचकर गंभीर आरोप लगाया। कहा कि इस बार शहर के सैकड़ों स्कूलों में 5वीं और 8वीं कक्षा का रिजल्ट जीरो आया है। इस लापरवाही को लेकर अभिभावकों ने इसे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया। अभिभावकों ने यह भी आरोप लगाया गया कि मंदसौर केंद्र में ये कॉपियां ठीक से नहीं जाती है। छात्रों के अभिभावकों ने बच्चों की कॉपियों की किसी अन्य सेंटर पर जांच कराने की मांग की। ताकि उन्हें न्याय मिल सके।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अभिभावकों का कहना है कि परीक्षा परिणाम में कक्षा 5वीं के 67 और कक्षा 8वीं के 53 स्कूलों का रिजल्ट (MP Class 5-8 Exam Result) शुन्य आया है। वहीं अभिभावकों ने मांग नहीं माने जाने पर दो दिन बाद आंदोलन करने की चेतावनी दिया है। जानकारी के लिए बता दें कि अभिभावक अपनी मांगों को लेकर संभागीय अशासकीय विद्यालय संगठन व अशासकीय विद्यालय प्रतिनिधि संगठन के बैनर तले जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंचे और स्पष्ट कहा कि दो दिन में इसका समाधान हो।
अभिभावको ने रखी ये मांग:
1] सबसे पहले मंदसौर को छोड़कर अन्य जिलों में कक्षा 5वीं-8वीं की बोर्ड परीक्षा की सभी उत्तर पुस्तिकाओं का फिर से जांच कराने की मांग की है।
2] रिजल्ट जारी होने के लगभग 50 दिन बाद आगामी द्वितीय बोर्ड परीक्षा आयोजित कराई जाए।
3] समस्त विद्यालयों को विद्यालयवार बोर्ड परीक्षा की कॉपियां देखने को लेकर उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
4] वहीं मासूम बच्चों में भय को दूर करने के लिए आगामी द्वितीय परीक्षा के लिए अध्ययनरत विद्यालयों में परीक्षा कराई जाए।
5] इसके साथ ही उज्जैन जिले को प्रदेश का सबसे पिछड़ा जिला बनाने में परीक्षा मूल्यांकन में लापरवाही बरतने वाले कॉपी जांच करने वाले आदि के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
मामले में कार्रवाई करेंगे शिक्षा अधिकारी
रिपोर्ट के अनुसार दोनों संगठनों के साथ आए अभिभावकों ने इस मामले में मुख्यमंत्री के साथ-साथ स्कूल शिक्षा मंत्री से लेकर उच्च शिक्षा मंत्री, राज्य शिक्षा केंद्र आयुक्त, जिला शिक्षा अधिकारी और अन्य विभागों को ज्ञापन लिखकर अपनी मांग के बारे में कहा है। बता दें कि पूरे मामले में शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा का कहना है कि ऑनलाइन एंट्री चेक कर ली गई है और अभिभावकों ने बच्चों के मार्क्स कम आने को लेकर मांग रखा है। आगे उन्होंने कहा कि संयुक्त निदेशक भी मेरे साथ थे, उन्होंने अभिभावकों से भी बात की है हमने इस बारे में लगभग 60 से 70 लोगों से बात की है। शर्मा ने आगे कहा कि जो भी तथ्य निकलकर आ रहे हैं उसका दायित्व हमने बीआरसी को सौंपा जो भी निराकरण निकल सकेगा। बताया जा रहा है कि संयुक्त संचालक राज्य शिक्षा केंद्र में बात कर आगे की कार्रवाई करने वाले हैं।