रीवा। शहर में लगातार गंदे पानी की मिल रही शिकायतों को लेकर नगर निगम आयुक्त सख्य कदम उठाया है। शुक्रवार को आयोजित नगर निगम की कार्यो की समीक्षा बैठक में निगमायुक्त संस्कृति जैन ने कहा कि शहर में विभिन्न निर्माण एजेंसियों द्वारा निर्माण कार्य के दौरान पेयजल पाइप लाइनों को क्षतिग्रस्त कर दिया जाता है तथा उसकी मरम्मत अप्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा कराकर उसके ऊपर मिट्टी डाल दी जाती है अथवा कंक्रीट कर दिया जाता है जिससे पाइप लाइन में गंदा पानी एकत्रित होता रहता है तथा गंदे पानी की शिकायत विभिन्न स्थानों से प्राप्त होती हैं। सभी जोन के सहायक यंत्री, उपयंत्री यह सुनिश्चित करें कि क्षतिग्रस्त पेयजल पाइप लाइनों की मरम्मत प्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा कराई जाय। उपयंत्री क्षतिग्रस्त पाइप लाइन की फोटोग्राफ तथा मरम्मत उपरांत फोटोग्राफी नगर निगम के ग्रुप में अनिवार्य रूप से प्रेषित करें।
वहीं नगर निगम के ठेकेदार यदि पाइप लाइनों को छतिग्रस्त करते हैं और उसकी मरम्मत उचित ढंग से नहीं करते तो उनके ऊपर निर्माण लागत का 5 प्रतिशत की पेनाल्टी अधिरोपित की जाय। यदि उपयंत्री द्वारा छतिग्रस्त पाइप लाइन की सूचना समय पर नहीं दी जाती है तो उसके ऊपर रू. 2000 की पेनाल्टी प्रति प्रकरण अधिरोपित की जाय। निगमायुक्त ने कहा कि गर्मी के मौसम में पाइप लाइनों पर विशेष निगरानी रखी जाय जिसमें आम नागरिक को पानी की समस्या ना हो। सभी निर्माण कार्य निर्धारित गुणवत्ता के साथ-साथ समय में पूर्ण कराये जाय।
निगम की प्रापर्टी का वैल्यूएशन भी उपयंत्रियो द्वारा किया जाय। ट्रैफिक में वाधा उत्पन्न करने वाले अतिक्रमणों को चिन्हित कर उसे तत्काल हटाये जाने की कार्यवाही की जाय। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 को दृष्टिगत रखते हुए शहर की फ्रंट लाइन एवं बैक लाइन का चयन अतिशीघ्र किया जाय। लोकसभा निर्वाचन 2024 को दृष्टि में रखते हुए शहर के सभी मतदान केंद्रो में आवश्यक जानकारी की पेंटिंग कराई जाय। तथा मतदान केंद्रों में टॉयलेट की व्यवस्था उसकी सफाई, खिड़की दरवाजे आदि की जांच कर उसे तत्काल ठीक कराया जाय।
पी.एम.आई.एस पोर्टल को अद्यतन किया जाय। मटेरियल की टेस्टिंग सरकारी लैब से ही कराई जाय। बैठक में कार्यपालन यंत्री राजेश सिंह, एचके त्रिपाठी, एसएल दहायत, सहायक यंत्री एसके गर्ग, बीएस बुंदेला, पीएन शुक्ला, अमरीश सिंह, राजेश मिश्रा, संतोष पाण्डेय, के साथ नगर निगम के समस्त उपयंत्री उपस्थित रहे।