मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भगवान विश्वकर्मा की जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है। विश्वकर्मा पूजा की पूर्व संध्या पर राज्य के सभी श्रमवीरों को हार्दिक बधाई देते हुए श्री बघेल ने कहा है कि श्रमवीर नये छत्तीसगढ़ को गढ़ने में सार्थक भागीदारी निभा रहे हैं। भगवान विश्वकर्मा निर्माण और सृजन के देवता हैं। संसार के प्रथम वास्तुकार की संज्ञा भी उन्हें दी गई है। श्रम से सृजन की सार्थकता को विश्वकर्मा जी ने ही समाज में स्थापित किया। विश्वकर्मा जयंती का दिन हमें श्रम के लिए संकल्पित होने की प्रेरणा देता है। विश्वकर्मा जी की कुशल तकनीकी, कौशल और श्रमशीलता प्रेरणादायी है।
मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय वामनराव लाखे की जयंती पर उन्हें किया याद
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय पंडित वामनराव लाखे की 17 सितम्बर को जयंती पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि लाखे जी छत्तीसगढ़ में सहकारिता के जनक के रूप में जाने जाते हैं। उनके प्रयासों से ही रायपुर में प्रथम सहकारी बैंक की स्थापना हुई।
सहकारिता के क्षेत्र में किये गये उनके प्रयासों का लाभ आज प्रदेश में लाखों किसानों को मिल रहा है। लाखे जी किसानों की आर्थिक सुदृढ़ता और सहकारी संगठनों की मजबूती के लिए जीवन पर्यन्त कार्य करते रहे।
श्री बघेल ने कहा कि लाखे जी ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान छत्तीसगढ़ में जनजागरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कई आंदोलनों का नेतृत्व किया। श्री बघेल ने कहा कि लाखे जी का निःस्वार्थ सेवा भाव और कर्मठ व्यक्तित्व सदा प्रेरणा देता रहेगा।