मध्य प्रदेश के रीवा-सीधी मोहनिया टनल बस हादसे में अब तक 5 से अधिक लोगों की मौत की खबर सामने आई है। इस पूरे मामले में प्रशासन ने कोई भी बयान अभी तक जारी नहीं किया है। इस हादसे को लेकर कौन जिम्मेदार है? ना तो सरकार जवाब दे रही है और ना ही प्रशासन! सवाल उठता है कि आखिर किसके आदेश पर सतना रैली में इन लोगो ले गए गए थे। हादसे का कौन है जिम्मेदार। क्या सीधी प्रशासन की यह लापरवाही मानी जाएगी या रीवा प्रशासन की। सतना जिले में आयोजित कार्यक्रम में रीवा,सीधी, सिंगरौली से क्यों बसें भेजी गई थी। राजनेताओं ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए आज कितने घरों को उजाड़ दिया।
बता दे की बीते दिन 24 फरवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सतना में माता शबरी की जयंती के अवसर पर कोल जनजाति महाकुंभ का आयोजन किया गया था। उनके इस कार्यक्रम में रीवा, सतना, सीधी, सिगरौली, कटनी, मैहर से बड़ी संख्या में प्रशासन द्वारा बसों से लोग सतना के सभा में लाया गया थे। सभा समाप्त होने के बाद सभी लोग अपने-अपने घर के लिए बस में सवार होकर लौटने लगे। तभी रीवा के मोहनिया टनल पर बस हादसे का शिकार हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक दो बसे आगे पीछे मोहनिया टनल में खड़ी हुई थी। उसी समय पीछे से बेकाबू ट्रक ने टक्कर मार दी है। इस हादसे में 5 से 6 लोगों की मौत हो गई जबकि दो दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल वही 50 के आस पास लोग घायल हुए है । घटना की हालही में जो तस्वीर सामने आई है उसने सभी को हिला कर रख दिया है। इस हादसे के बाद घायलों को संजय गांधी अस्पताल ले जाया जा रहा है। मेडिकल टीम भी कार्य में जुटी हुई है।
आपको बता दे की इस घटना को लेकर प्रशासन अलर्ट में आ गया है। जानकारी है मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रीवा के संजय गांधी हॉस्पिटल घायलों को देखने के लिए पहुचेगे। वही राहत बचाव कार्य जारी है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना को लेकर रीवा कमिश्नर और आईजी से बात की है उन्होंने लिखा है की सीधी जिला प्रशासन, कलेक्टर और एसपी घटनास्थल पर मौजूद हैं। रीवा कमिश्नर और आईजी घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं। रीवा मेडिकल कॉलेज और सीधी जिला अस्पताल में घायलों के इलाज के लिए अलर्ट रहने के निर्देश दिये हैं। दु:ख की इस घड़ी में मैं और प्रदेशवासी शोकाकुल परिजनों के साथ हैं।