एक नवंबर 1956 को गठित हुए मध्यप्रदेश में रीवा जिले की बनाई गई सीमा में 67 साल बाद पहली बार विभाजन हुआ है। जिले की तीन तहसीलों को मिलाकर मऊगंज नया जिला बनाया गया है। मऊगंज को जिला बनाए जाने की मांग करीब चार दशक पहले उठी थी। उस दौरान सैद्धांतिक सहमति भी बन गई थी, लेकिन राजनीतिक रूप से सहमति नहीं होने की वजह से घोषणा रुक गई थी। अब जिला गठन की सारी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद कलेक्टर-एसपी की पदस्थापना हो गई है। नए जिले में 15 अगस्त से कामकाज शुरू हो जाएगा।
रीवा संभाग में अब 5 जिले
रीवा संभाग में यह चौथा नया जिला अस्तित्व में आया है। इसके पहले सीधी, सिंगरौली, सतना बनाए गए थे। अब मऊगंज को जिला बनाए जाने के बाद रीवा संभाग में पांच जिले रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली और मऊगंज हो जाएंगे। पूर्व में शहडोल जिला भी रीवा संभाग में था, जिसे तोड़कर उमरिया और अनूपपुर दो नए जिले बनाए गए थे। इसके बाद शहडोल भी अलग संभाग बना दिया गया।
आजादी के पहले से है अदालत
मऊगंज का ऐतिहासिक महत्व भी रहा है। रीवा रियासत स्थापित होने के पहले से यह क्षेत्र आबाद रहा है। ईसा के 500 वर्ष पूर्व की मूर्तियों के अवशेष मऊगंज की लोहदा नदी के किनारे मिले थे, जो अब दिल्ली के जेएनयू संग्रहालय में रखे हैं। साथ ही आजादी के पहले 1935 से मऊगंज में कोर्ट संचालित है।
1982 में ही होनी थी घोषणा
क्षेत्र के लोग लंबे समय से जिला गठन की मांग कर रहे थे। इसलिए वह अपनी जीत मान रहे हैं। जिला गठन की मांग में कई जनप्रतिनिधियों के साथ ही सामाजिक और व्यवसायिक संगठनों के लोग भी शामिल रहे हैं। सबसे पहले यह मांग मऊगंज के विधायक रहे रामधनी मिश्रा की ओर से की गई थी। उन्होंने जिला गठन के लिए कई जनसभाएं की थीं और मुख्यमंत्री से भी मिलकर मांग रखी थी। 1982 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह को घोषणा करनी थी। उस दौरान महाराजा मार्तण्ड सिंह ने रीवा का बंटवारा किए बिना ही क्षेत्र का विकास करने की बात कही। इसके चलते नए जिले की घोषणा रुक गई और कई वर्षों तक मांग भी नहीं हुई।
ऐसा होगा मऊगंज जिला
जनसंख्या: 616645
क्षेत्रफलः 186688 हेक्टेयर
गांव : 1070 (नईगढ़ी 383, मऊगंज 344, हनुमना 343)
ग्राम पंचायत: 256
पटवारी हल्का: 264
राजस्व सर्किल: 12
तहसील: मऊगंज, हनुमना, देवतालाब, नईगढ़ी।
राजस्व अनुभागः मऊगंज, हनुमना
विकासखंड: मऊगंज, नईगढी, हनुमना।
विधानसभा क्षेत्र: मऊगंज और देवतालाब के साथ मनगवां का कुछ हिस्सा।
अब रीवा जिले का स्वरूप
जनसंख्या: 1748461
क्षेत्रफल: 442057 हेक्टेयर
गांव: 1747
ग्राम पंचायत: 564
पटवारी हल्का: 593
राजस्व सर्किल: 28
तहसील: हुजूर शहर, हुजूर ग्रामीण, रायपुर कर्चुलियान, गुढ़, मनगवां, त्योंथर, जवा, सिरमौर, सेमरिया।
राजस्व अनुभाग: हुजूर, गुढ़, सिरमौर, त्योंथर, मनगवां।
विकासखंड: रीवा, रायपुर कर्चुलियान, सिरमौर, त्योंथर, जवा, गंगेव।
विधानसभा क्षेत्र: रीवा, गुढ़, मनगवां, त्योंथर, सिरमौर, सेमरिया।
16 वर्ष पहले जिला निर्माण संघर्ष परिषद का हुआ था गठन
मऊगंज को जिला बनाने की मांग उस समय से तेज हुई जब इसके लिए कुछ लोगों ने एक समिति बनाकर आंदोलन को आगे बढ़ाया। 23 जनवरी 2007 से जिला निर्माण संघर्ष परिषद के बैनर तले आंदोलन शुरू हुआ था। अधिवक्ता संतोष मिश्रा की अगुवाई में लगातार स्थानीय स्तर से लेकर राजधानी तक प्रदर्शन किए गए। इस आंदोलन ने जिले की मांग को जिंदा रखा, जिसकी वजह से समय-समय पर विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों को भी जिले की मांग को उठाना पड़ा।
मऊगंज के पर्यटल स्थल
बहुती जलप्रपात मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थल में से एक है। इसकी गहराई लगभग 170 मीटर है। बहुती वाटरफॉल अपने सुंदरता से जाना जाता है। अब यह वाटरफॉल रीवा जिले से अलग होकर मऊगंज की शान बनेगा।