Madhya Pradesh : RSS के इशारे में विधानसभा अध्यक्ष ने जीतू पटवारी को किया निलंबित: दिग्विजय सिंह

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को बताया हिंदुत्व को ढोगी
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Madhya Pradesh : RSS के इशारे में विधानसभा अध्यक्ष ने जीतू पटवारी को किया निलंबित: दिग्विजय सिंह

विंध्य भास्कर ऑन लाइन डेस्क। विंध्य के दौरे में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य सभा सदस्य  दिग्विजय सिंह ने भाजपा और आरएसएस पर बड़ा हमला बोला है। साथ ही कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के निलंबन आरएसएस के इशारे में होनो बताया है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह  ने कहा कि  विधान सभा अध्यक्ष गिरीश गौतम  विधान सभा में चढ्ढी छाप आरआएस के इशारे में उनका निलंबन किया है जिसे उन्हें जल्द वापस लेना चाहिए है उन्होंने  कि प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को हिंदूत्व को ढोगी होने की बात कही है।

विंध्य के दौर में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिह ने कहा कि विधान सभा में कांग्रेस के जीतू पटवारी सरकार के उत्तर पर ही जबाव दे रहे थे जो उन्हें उनके प्रश्न पर पूछे गए है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने भाजपा के कार्यक्रमों में पंडाल व कार्यकताओं के भोजन में राशि खर्च की है। इसी जबाव को पढऩे के दौरान विधान सभा अध्यक्ष ने उन्हें निलंबित कर दिया है। जो कि गलत है। बता दें कि आज  से विधानसभा सत्र फिर से प्रांरभ हो रहा है। इसके पहले बजट में चर्चा के दौरान हंगामा करने पर विधानसभा अध्यक्ष  ने १३ मार्च तक  के लिए विधान सभा स्थगित कर दी थी।

गृहमंत्री नरोत्तम हिंदूत्व के नाम ढोगी-
दिग्विजय सिंह ने प्रदेश के गृहमंत्री को हिंदूतत्व के नाम पर ढोगी बताया है उन्होंने कहा कि नरोत्म मिश्रा जहंा पठान की फिल्म में एक दृश्य को लेकर हिदूंत्व पर खतरा बताते हुए  कई स्थानों पर एफआइआर दज कराई। वहीं रतलाम में भाजपा विधायक व महापौर के द्वारा रतलाम में हनुमान की प्रतिमा के सामने अद्र्धनग्न नृत्य को देखते हुए भी कोई एफआइआर दर्ज नहीं। यहां तक कि विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल जैसे दलों ने भी इस मुदद्े कोई को प्रतिक्रिया व विरोध नहीं जताया है। इस मामले में प्रदेश एफआइआर भी दर्ज नहीं हुई है।

इस बार बिकाउ को नहीं मिलेगी टिकट
मिशन 2023 के लक्ष्य को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि जनता ने पिछली बार उन्हें जनादेश दिया था,लेकिम ज्योतिरादिज्य सिंधिया व बिसाहूलाल साहू जैसे  नेताओं के बिकने के कारण सत्ता गवानी पड़ी।  इसबार कांग्रेस टिकट देने से पहले प्रत्याशी की अच्छी तरह से छानबीन करेगी। इसके बाद पार्टी के मापदंडों पर खरे उतरने के बाद उन्हें टिकट मिलेगा।