बुजुर्ग ने गुस्से में तहसील कार्यालय के सामने खुद को लगाई आग, हालत गंभीर, जानिए पूरा घटनाक्रम
भाई को मिले रास्ते को बंद कराने के लिए बुजुर्ग रोजाना तहसील कार्यालय के काट रहा था चक्कर
मध्य प्रदेश के रीवा जिले के मऊगंज तहसील के परिसर में एक बुजुर्ग ने स्वयं को आग लगाकर आत्महत्या की कोशिया की। गंभीर रूप से झुलसे वृद्ध को अस्पताल में भर्ती कराया है। तहसील कार्यालय के सामने हुई इस घटना से हड़कंप मच गया है। बताया गया है कि विवाद के बाद हुए समझौते में भाई को मिले रास्ते को बंद कराने के लिए बुजुर्ग रोजाना तहसील कार्यालय आता था। गुस्से में आकर गुरुवार की दोपहर आत्मघाती कदम उठाया है। मऊगंज अस्पताल के चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद एसजीएमएच रीवा के लिए रेफर कर दिया है। इधर, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने राजस्व विभाग से मामले में पूरी जानकारी मंगाई है।
पुलिस द्वारा बताया गया है कि गुरुवार की दोपहर 3 बजे तहसील परिसर में गंगा प्रसाद सोनी पुत्र बिशेषर सोनी 60 वर्ष निवासी वार्ड क्रमांक 15 घुरेहटा ने स्वयं को आग लगा ली है। इस घटाना को लेकर चर्चा है कि दो भाइयों के बीच रास्ता निकलने को लेकर जमीनी विवाद चल रहा था। जिसके बाद समझौते के तहत कुछ दिन पहले पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में छोटे भाई की जमीन से बड़े भाई को रास्ता दे दिया गया था। तब से वृद्ध के अंदर इस रास्ते को बंद करान की सनक सवार हो गई।
आए दिन तहसील का काटता था चक्कर
बताय जा रहा है कि बुजुर्ग आए दिन तहसील से लेकर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के चक्कर काट रहा था। रोज भटकने के बावजूद अब मानसिक रूप से कमजोर छोटे भाई को लगा कि प्रशासन नहीं सुन रहा है। ऐसे में दबाव बनाने के इरादे से 3 नवंबर को केरोसिन डालकर खुद को आग लगा ली है। घटना के बाद तहसीलदार ने मऊगंज थाना प्रभारी को सूचना दी। जिसके बाद तुरंत बुजुर्ग को मऊगंज अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
बुजुर्ग की हालत नाजुक
वृद्ध की हालत की गंभीरता को देखते हुए मऊगंज के चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार दिया है। इसके बाद एंबुलेंस से संजय गांधी अस्पताल रेफर कर दिया है। एसजीएमएच के चिकित्सकों ने बताया है कि वृद्ध के शरीर से चमड़ी की पहली परत निकल गई है। ऐसे में हालत नाजुक बनी हुई है। फिलहाल वर्न यूनिट में भर्ती कर बुजुर्ग को उपचार दिया जा रहा है।