Legal Knowledge: अगर किसी को सोशल मीडिया की सहायता से कर रहे है बदनाम हो जाए सावधान, लगेगी ये धारा

सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन गया है जहां कोई भी अपनी मनचाही चीज पोस्ट कर सकता है, यह पलक झपकते ही हजारों लोगों तक पहुंच जाती है, ऐसे में कई बार कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो झूठी खबरें या गलत जानकारी फैलाते हैं। और लोगों को बदनाम करते हैं, वहीं ऐसे व्यक्तियों के लिए क़ानून ने जाँच नियम बनाये हैं, जिसके तहत आप ऐसे व्यक्ति पर केस कर सकते हैं, और सजा दिला सकते हैं.
भारतीय दंड संहिता 1807 की धारा 500 के तहत मानहानि का मामला दर्ज किया जाता है, वही व्यक्ति किसी भी व्यक्ति के खिलाफ मानहानि का मामला दायर कर सकता है यदि वह उसके खिलाफ कुछ ऐसे शब्द या संकेत प्रस्तुत करता है।
- किसी कंपनी या संस्था के व्यक्ति या समूह को लांछन लगाना भी मानहानि का अपराध माना जाता है.
- किसी भी मृत व्यक्ति पर लांछन लगाना भी एक मानहानि अपराध की श्रेणी में आता है. वही उसका कोई निकटतम रिश्तेदार या नातेदार मामला दर्ज करा सकता है.
- किसी भी व्यक्ति की बौद्धिकता सदाचार आदि पर लांछन लगाना भी मानहानि की अपराध की श्रेणी में आता है .
- किसी भी व्यक्ति पर कविता या व्यंग द्वारा लांछन लगाना भी मानहानि अपराध की श्रेणी में आता है.
मानहानि एक आपराधिक रूप से समझौता योग्य अपराध है, अर्थात इसे न्यायालय की अनुमति के बिना समझौता किया जा सकता है. वहीं व्यक्ति को न्यायालय के बाहर उस व्यक्ति के साथ समझौता करना होता है जिसके सम्मान को ठेस पहुंची हो। इसका उल्लेख भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा (1) में किया गया है